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भारत के प्रति हमारे दायित्व
जम्मू और कश्मीर में आज कल जो हो रहा है ये हमारी राजनीतिक दुर्बलता है वोट की नहीं तो इस शांति प्रिय कोंम की ओकात है की ये भारत के विरुद्ध बोले ।
आप सभी शव्द नगरी मित्रों को नववर्ष व नवरात्री की शुभकामनाएँ।
हम जब तक राजनीति से भाग ते रहेंगे यही होगा दूसरों को दोष देने की जगह राजनीति से भागे नहीं उसमे प्रवेश करे और सुधारे ।क्योकि दूसरों के मरने से स्वर्ग नही मिलता खुद मरना पड़ता है।
पुल गिरा लेकिन राजनीति कम नहीं ।सब एक दुसरे के ऊपर जिम्मेदारी डाल रहे है कोई जिम्मेदारी लेने को तेयार नहीं ।
हम हिन्दू सभ्य है इसलिए हम कुछ नहीं बोलेंगे बस यही कहते है की हम उनकी तरह जाहिल नहीं है लेकिन कब तक चुप रहोगे ये शांति दूत इसी तरह हम को म।रते रहेंगे।
अवार्ड वापस करने वाले कहाँ गये।
आज हम लोग सिर्फ सरकार के भरोसे बैठे हम कुछ करना नहीं चाहते ।कुछ करते है तो कहते है इनके पास कोई काम नहीं है ये नेता गिरि कर रहे है।