मै बहुत ही साधारण परिवार की साधाारण सी हूं। बचपन अभावों में बीता तो बहुत सारी इच्दाओं का गला घोटना। अब परिस्थितियां ठीक है तो मन में दबी हुयी बहुत इच्छाएं जो उस वक्त नही कर पायी अब कर रही हूं जैसे गाना गाने का शौक, कहानी, रचना और शेरोशाायरी करना।