बात उन दिनों की है जब लक्ष्मण सिंह पैदावार ले रहे थे , उनके पास उनके सबसे बड़े साले के उससे छोटे भाई का फोन आया, फोन उठाया ,उनकी आँखों से आँसू बहने लगे, वेसे ये बात उनकी पत्नी गंगा देवी को पता नहीं थीं। वेसे बात ये थीं कि उन्होंने बताया था कि उनकी भांजी किसी के साथ भाग गयी है, उसके बाद गंगा देवी को भी इस बात का पता चलता है पर वह अपने आप को सम्भाले रखती है लक्ष्मण सिंह को सांत्वना देती हैं, ''कि ऐसा तो सभी के साथ हो ही जाता है रोने से थोड़ी न परिस्थितियां ठीक हो सकती हैं "। इसके बाद खोज होने लगती है कहीं कुछ पता नहीं चलता है। उधर लक्ष्मण सिंह के जीजा जी पुलिस में रिपोर्ट लिखवाते है। महीना बीत जाता है कुछ पता नहीं चलता है और उस लड़की की सगाई भी हो चुकी थी, सो कुछ उनका भी दबाव था। फिर 2 महीने बाद लड़के के मोबाइल लोकेशन से पता चलता है कि वे मुंबई में है पुलिस उन्हें तुरंत ढूँढ निकाल लेती है, थाने के हवाले करती हैं।