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कॉलेज का इश्क

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ENGINEER SHASHI KUMAR

(प्यार शब्द है बहुत छोटा है लेकिन इसकी गहराई बहुत ही विस्तृत है। इसके विस्तार को समझने के लिए मनुष्य को अपने जीवन में भावनाओं को नियंत्रण करके अपनी आं

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₹ 74/-

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(प्यार शब्द है बहुत छोटा है लेकिन इसकी गहराई बहुत ही विस्तृत है। इसके विस्तार को समझने के लिए मनुष्य को अपने जीवन में भावनाओं को नियंत्रण करके अपनी आं

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मेरे मन की दैनंदिनी…! (जनवरी-2023)

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दिव्यांशी त्रिगुणा "राधिका"

यह एक डायरी लेखन हैं। जिसमें आपको दिन प्रतिदिन की सकारात्मक और अच्छी बातें पढ़ने के लिए मिलेंगी। हम आशा करते हैं कि आपको हमारी लिखी बातें पसंद आएं। आ

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रजत त्यागी  की डायरी

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रजत त्यागी

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दैनंदिनी फरवरी

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Jitendra Kumar sahu

मासिक डायरी लेखन

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दैनंदिनी सखी (जनवरी) 2023

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Monika Garg

नया साल ,नई मुलाकात ,नए विचार। मेरी सखी के साथ

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दैनंदिनी जनवरी 2023

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Jitendra Kumar sahu

मासिक डायरी लेखन । हम सदा भूत या भविष्य में रमे रहते है ।वर्तमान में कभी जीते नही।नया साल मनाते है केवल एक दिन के लिए जबकि यहाँ हर दिन नया है ।जरा ज

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दैनंदिनी जनवरी 2023

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माय स्कूल डेज़

माय स्कूल डेज़

Jitendra Kumar sahu

अनुभव पर आधारित जीवन के संघर्षों उपलब्धीयो बच्चो व अन्य लोगों के साथ बिताए पलो को किस तरह हम ग्रहण करते हैं । जिस प्रकार से हँस मोती चुगता है उसी प्रक

64 पाठक
22 रचनाएँ
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₹ 71/-

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आधा तुम मुझमें हो

आधा तुम मुझमें हो

ओंकार नाथ त्रिपाठी

'आधा तुम मुझमें हो',यह मेरी छठवीं कविता संग्रह है।यह शब्द इन प्लेटफार्म पर प्रकाशित हो रही है।इसके पहले काव्य‌ वाटिका,मन की कोठरी से,मन की गठरी तथा तु

4 पाठक
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मेरे लफ्ज कुछ कहते हैं (जनवरी-2023)

मेरे लफ्ज कुछ कहते हैं (जनवरी-2023)

ENGINEER SHASHI KUMAR

शब्द.इन द्वारा दिये गये विषयों पर मेरे विचारों का संगम इस पुस्तक के माध्यम से रचित किया जायेगा जो समाज में घटित वर्तमान, भविष्य और अतीत की घटनाओं को स

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जिन्दगी के मोड़

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Rajni kaur

मैने अपनी इस पुस्तक में हमारी जिन्दगी के कई मोड़ो पर कविताएं लिखने की कोशिश की है।

14 पाठक
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₹ 111/-

जिन्दगी के मोड़

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मेरे दैनिक लेख

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Dr.Jyoti Maheshwari

मेरे दैनिक लेख जो मैं रोज लिखती हूं इस किताब में संग्रहित कर रही हूं। आशा है आपको पसंद आएंगे। कुछ कोशिश की है कहने की। कुछ कोशिश की है समझने की।

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34 पाठक
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आखिर खता क्या थी मेरी ?

आखिर खता क्या थी मेरी ?

Monika Garg

एक ऐसी लड़की की कहानी जो मर के भी मर ना सकी और अपने प्यार के लिए सब कुछ कुर्बान कर गयी । आईए आप भी पढ़ें कनक की कहानी कनक की जुबानी

82 पाठक
12 रचनाएँ
12 लोगों ने खरीदा

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₹ 40/-

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133/-

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अपनो से अपनी बात

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Dr.Jyoti Maheshwari

यह मेरा दैनिक लेखों का संग्रह हैं। रोज जो,लेख लिखूंगी वह इसमें संग्रहित कर रही हूं।

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बीतिया वेला

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Rajni kaur

मैने बीतिया वेला नाम की किताब लिखी है, जिसमें मैंने बीते समय के दृश्यों को बियान करने की कोशिश की है। जिसमे मैंने हमारे बीते समय में हमारे बजुर्गों की

8 पाठक
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लोकोक्तियों की कविता

लोकोक्तियों की कविता

कविता रावत

लोकोक्ति अथवा कहावत किसी भी कथन को सारगर्भित और प्रभावपूर्ण ढंग से संक्षिप्त रूप में व्यक्त करने का एक सशक्त माध्यम है। हिन्दी और इसकी बोलियों में संद

289 पाठक
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प्रतिरोध के प्रतिमान : घरेलू महिला कामगार

प्रतिरोध के प्रतिमान : घरेलू महिला कामगार

डॉ. अजय कुमार साव

घरेलू महिला कामगार कामकाजी या फिर नौकरीपेशा महिलाओं से अलग और अधिक जटिल चुनौतियों के बीच अपने जीवन यथार्थ से जूझती रहती है। स्त्री विमर्श ने घरेलू महि

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दैनंदिनी सखी (फरवरी 2023)

दैनंदिनी सखी (फरवरी 2023)

Monika Garg

चलो सखी फिर से चले एक नये सीजन के सफर पर ।वादा करो मेरे मन की सब सुनोगी और समय समय पर मुझे तसल्ली भी दो गीत।

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57 पाठक
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दैनंदिनी सखी (फरवरी 2023)

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शब्दों की डोर

शब्दों की डोर

लिपिका भट्टी

इस किताब में जीवन के विभिन्न विषयों को बहुत खूबसूरती से शब्दों की डोर में पिरो कर खूबसूरत कविताओं का रूप दिया गया है।

46 पाठक
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₹ 65/-

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प्रेम क्षणिकाएं..!

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दिव्यांशी त्रिगुणा "राधिका"

प्रणाम! मैं कोई लेखिका नहीं हूं। लेकिन जब से मेरे जीवन में कृष्ण नाम आया हैं, तब से में स्वत हीं कवयित्री हों गई हूं। इस संग्रह की हर में, हमारे मन की

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प्रेम क्षणिकाएं..!

दिव्यांशी त्रिगुणा "राधिका"

प्रणाम! मैं कोई लेखिका नहीं हूं। लेकिन जब से मेरे जीवन में कृष्ण नाम आया हैं, तब से में स्वत हीं कवयित्री हों गई हूं। इस संग्रह की हर में, हमारे मन की

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