shabd-logo

बचन बद्धता

5 नवम्बर 2022

9 बार देखा गया 9

विश्वामित्र :  ओ  हरिश्चंद्र ! तू  मेरी दक्षिणा कब देगा 

हरिश्चंद्र ;    अगले महीने  ,महाराज .    

विश्वामित्र : तू  ने पिछले महीने भी यही कहा था .        

हरिश्चंद्र  :  मैं अपने वचन पर अडिग हूँ ,महाराज .          

Randhir Sìngh की अन्य किताबें

1

दया का सुख , दया का दुःख

31 जुलाई 2022
1
0
0

नगर के बस स्टेशन पर एक अधेड़  उम्र  महिला बदहबास  घबराई हुई सामने आ  गयी  ,रुंधे गले से बोली दद्दा  ,मै  बस के इंतज़ार में खड़ी थी अचानक एक आदमी भागता हुआ आया  और  मेरा बैग छीन कर भाग गया .मेरे पैसे कपडे

2

नाग पंचमी

4 अगस्त 2022
1
2
1

किरायेदार मालिक मकान से , आइए साब  ,मुंह  मीठा  करते  हैं.  ऐसा कहते हुए  एक बड़े से गिलास में दूध और एक प्लेट में बर्फी उनके सामने सजा दी . मकान मालिक ने कहा कि मैं तो तुम्हे हर बात के लिए  परेशान  

3

बिन पैसे का आदमी

6 अगस्त 2022
1
0
0

कहते हैं पैसे के पीछे नही भागना चाहिए ,लेकिन देखो तो जो अभी कह रहे थे  उनका क्या हाल  है . आपको पता लगेगा कि वो रेस मे सबसे  आगे हैं . कहते  हैं  न कि परउपदेश कुशल बहुतेरे .  लेकिन पैसा जीवन की सच्च

4

बचन बद्धता

5 नवम्बर 2022
0
0
0

विश्वामित्र :  ओ  हरिश्चंद्र ! तू  मेरी दक्षिणा कब देगा  हरिश्चंद्र ;    अगले महीने  ,महाराज .     विश्वामित्र : तू  ने पिछले महीने भी यही कहा था .         हरिश्चंद्र  :  मैं अपने वचन पर अडिग हूँ ,

---

किताब पढ़िए

लेख पढ़िए