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डिटेक्टिव डेविड

25 सितम्बर 2021

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प्रथम अंक 

डेविड जेल में अपने बैरक में बैठा है। जो जेलर के ऑफिस से सटा हुआ है। एक खूंखार अपराध हुआ है जिस के सिलसिले में बहुत सारे अधिकारी जेल का दौरा कर रहे हैं। जेल की सुरक्षा कड़ी कर दी गई है पुलिस डिपार्टमेंट को शक है कि अपराधी जेल से फरार कैदी नंगा हो सकता है। जिसके लिए बार-बार जेलर के साथ सब अधिकारी मीटिंग कर रहे हैं। जेल की सुरक्षा को लेकर सुप्रीम टंडन और जेलर में नोकझोंक चल रही है। सुपरिंटेंडेंट जेल सुरक्षा कि लापरवाही को लेकर जेलर को फटकार लगाता है। और कहता है कि यदि इस अपराध के पीछे नंगा का हाथ हुआ तो तुम अपना लोटा थाली समेट लेना और वह चला जाता है।
चारों तरफ डर का माहौल है डेविड झरोखे से सारी बातें सुन रहा होता है गुमसुम और उसका खुराफाती दिमाग इस गुत्थी को सुलझाने में जुट जाता है। कि आखिर किसने इंसानी जिस्म का कीमा बनाया? फिर उस पर उसका नाम लिखकर डिवाइडर पर पॉलिथीन में पैक कर के रख दिया कौन हो सकता है? उसकी आंखों की पुतली इधर उधर दौड़ने लगती है दिमाग की स्पीड से वह बहुत घबराया हुआ है जोर जोर से चिल्लाता है मेरा चश्मा मेरा चश्मा मेरा चश्मा चलता है अपने चश्मे की ओर कि तभी लड़खड़ा कर गिर पड़ता है और उसका मुंह चलता रहता है पर आवाज नहीं आती है। उधर से सुरक्षाकर्मी डेविड के बैरक की तरफ दौड़ते हैं सुरक्षाकर्मियों की हलचल देखकर चुस्त मुस्तैद गस्त के लिए निकले इंस्पेक्टर सुधाकर उनके पीछे दौड़ते हैं। उधर जेलर सभी जेल अधिकारियों की एक मीटिंग बुलाता है जिसमें सभी को सख्त निर्देश दिया जाता है कि जेल सुरक्षा में जो सेन्ध लगी है उसको रोकिए। और जेल की सुरक्षा चाक-चौबंद करिए अन्यथा आप सभी को सस्पेंड कर दिया जाएगा। अपराध बढ़ते जाते हैं और आप सब हाथ पर हाथ रखे बैठे हुए हैं सीनियर्स को क्या जवाब दें हम। तभी बीच में बोलने की आदत से मजबूर उनका अर्दली चौबे बोलता है हजूर आप कहें तो हम नंगा बन जाते हैं और साहब को दिखा दीजिए कि नंगा तो जेल में ही है सर डबल रोल का का कमाल..  शटअप डबल रोल स्प्रिंग रोल बन जाओगे और हमारी सर्विस भी ले जाओगे. सभी अधिकारी जेलर से नजर बचाके हंसते हैं धीरे से. उधर
इंस्पेक्टर सुधाकर भी मीटिंग में पहुंचते हैं लेट होने के कारण जेलर उन्हें टोन्ट करते हुए बोलता है- क्यों जेल के सब अधिकारी यहां मीटिंग में हैं तो आप अकेले मोर्चा संभाल रहे थे क्या? सॉरी सर वह डेविड को चक्कर आ गया था बस उसको दो सिपाहियों के देखरेख में छोड़ कर आया हूं डॉक्टर को भी कॉल किया है वह उसका चेकअप  करने आते ही होंगे। गुड वैसे नंगा ने नींद उड़ा दी है और ऐसे में किसी कैदी को कुछ हो गया तो मुसीबत हो जाएगी। आप सभी चाक-चौबंद रहिए जेल की सुरक्षा में कोई कमी ना बरती जाए। आज की मीटिंग ओवर।
इधर डॉक्टर डेविड का चेकअप करते हैं तो पाते हैं कि नॉर्मल है जैसे की पहले से होता आया है कि जब भी वह किसी क्राइम केस के बारे में सुनता है तो उसका दिमाग बहुत तेज से रन करता है और पुतलियां चढ़ जाती है तेज चलने लगती हैं तो उसको उसका चश्मा चाहिए होता है। शायद आज उसके पास नहीं रहा होगा इसीलिए बेहोश हुआ दोनों सुरक्षाकर्मी बताते हैं जी सर जब हम बैरक में आए तो इसका चश्मा इसकी आंखों पर नहीं था फिर सुधाकर सर ने दौड़कर वह लगाया फिर यह बेहोश हो गया कोई बात नहीं अभी धीरे-धीरे यह होश में आ जाएगा इसका मेंटोर कौन है यहां पर जी सुधाकर सर। ओके मैं उनको बोल दूंगा तुम लोग ठंडे पानी से डेबिट का मुंह धुला दो और जब तक होश ना आए आप में से किसी एक को यहां रहना होगा। जी डॉक्टर। और डॉक्टर चलते हैं और बैरक में से निकल कर आगे आते हैं कि सुधाकर की ऑफिस से आने की आवाज आती है। सुधाकर को अपनी ओर आता देख कर डॉक्टर साहब कहते हैं आप आ गए। जी डॉक्टर डेविड कैसा है अब पहले से नॉर्मल है। कुछ देर में पूरी तरह नॉर्मल हो जाएगा जी थैंक्यू डॉक्टर। नॉट मेंशन इट्स माई ड्यूटी। मुस्कुराते हुए दोनों लोग एक दूसरे को क्रॉस करते हैं और अपने अपने रास्ते चलते बनते। सुधाकर डेविड के बैरक में आता है तो देखता है कि वह बैठा है दीवाल पर कुछ लिख रहा है। रूम में चारों तरफ देखता है फिर डेबिट को, सब नॉर्मल और वह चला जाता है। इधर चारों तरफ सूना देखकर वह सुधाकर की ऑफिस की ओर जाता है सबसे नजर बचाके और उधर सुधाकर चाय पीने कैंटीन चले जाते हैं। सुधाकर की ऑफिस जो स्टाफ ऑफिस है वहां कोई नहीं है। वहां से एक पेज निकालता है 1 पेन  लेता है और चुपचाप अपने कमरे में चला जाता है।और जल्दी-जल्दी उस कागज पर कुछ लिखता है चारो तरफ चौकन्ना होकर देखता रहता है और लिखता जाता है लिखने के बाद में प्लास्टिक की रबड़ से उस पेज को जेलर के रूम में फेंक देता है झरोखे से। इधर शाम की कैदी काउंटिंग शुरू होती है सुधाकर की टीम कैदियों की गिनती करते हुए डेविड के रूप में पहुंचता है और देखता है कि डेविड दीवाल पर कुछ लिख रहा है। उत्सुकतावश वह बैरक के अंदर जा कर देखता है तो वह पाता है कि उसने डी-साइलेंट लिखा हुआ है और उसी को प्याज से और गाढ़ा कर रहा है। तो वह मुस्कुराता है कि कहां कुछ देर पहले यह कितना सीरियस कंडीशन में था और अब कहां  यह बच्चों की तरह हरकतें कर रहा है। सुधाकर उसके सर पर हाथ फिरता हुआ बोलता है अपना ध्यान रखना और चला जाता है।
रात हो गई है इधर डेविड अपनी डायरी पलटता है बार बार तो कभी घड़ी निहारता है बार-बार। इधर-उधर करवटें बदलता है और रात बीतती है। सुबह होती है सब अपनी ड्यूटी पर तैनात होते हैं। जेलर साहब भी आते हैं अचानक अपनी चेयर पर एक चिट देखकर चोंक जाते हैं। खोलकर देखते हैं तो सारी घटना का विजुअल उनके नज़रों के सामने होता है। कैसे मर्डर हुआ कैसे नंगा उसको उसकी बोटी-बोटी करके काट कर पहले थैली में पैक कर रोड के डिवाइडर पर फेंक देता है उसके बाद कहां छुप जाता है। सारी चीजें देख रहा है जेलर तभी सुपरिंटेंडेंट साहब आते हैं और देखते  जेलर कांप रहा है, होंठ सूख गया है।जेलर को  आवाज लगाते हैं दो बार तीसरी बार में वह सुन पाते हैं चौंकते हुए यस सर । क्या है  यह जेलर पेज को सुप्रीम टेंडन की ओर बढ़ा देता है। उसको पूरा पड़ता है नीचे साइन डी-साइलेंट और पूछता है डी-साइलेंट यह कौन है? जेलर सारी बात जानकर नंगा ने कत्ल किया है इस सोच में डूबा है कि अब तो हुआ सस्पेंड।डेविड जेल में अपने बैरक में बैठा है। जो जेलर के ऑफिस से सटा हुआ है। एक खूंखार अपराध हुआ है जिस के सिलसिले में बहुत सारे अधिकारी जेल का दौरा कर रहे हैं। जेल की सुरक्षा कड़ी कर दी गई है पुलिस डिपार्टमेंट को शक है कि अपराधी जेल से फरार कैदी नंगा हो सकता है। जिसके लिए बार-बार जेलर के साथ सब अधिकारी मीटिंग कर रहे हैं। जेल की सुरक्षा को लेकर सुप्रीम टंडन और जेलर में नोकझोंक चल रही है। सुपरिंटेंडेंट जेल सुरक्षा कि लापरवाही को लेकर जेलर को फटकार लगाता है। और कहता है कि यदि इस अपराध के पीछे नंगा का हाथ हुआ तो तुम अपना लोटा थाली समेट लेना और वह चला जाता है।
चारों तरफ डर का माहौल है डेविड झरोखे से सारी बातें सुन रहा होता है गुमसुम और उसका खुराफाती दिमाग इस गुत्थी को सुलझाने में जुट जाता है। कि आखिर किसने इंसानी जिस्म का कीमा बनाया? फिर उस पर उसका नाम लिखकर डिवाइडर पर पॉलिथीन में पैक कर के रख दिया कौन हो सकता है? उसकी आंखों की पुतली इधर उधर दौड़ने लगती है दिमाग की स्पीड से वह बहुत घबराया हुआ है जोर जोर से चिल्लाता है मेरा चश्मा मेरा चश्मा मेरा चश्मा चलता है अपने चश्मे की ओर कि तभी लड़खड़ा कर गिर पड़ता है और उसका मुंह चलता रहता है पर आवाज नहीं आती है। उधर से सुरक्षाकर्मी डेविड के बैरक की तरफ दौड़ते हैं सुरक्षाकर्मियों की हलचल देखकर चुस्त मुस्तैद गस्त के लिए निकले इंस्पेक्टर सुधाकर उनके पीछे दौड़ते हैं। उधर जेलर सभी जेल अधिकारियों की एक मीटिंग बुलाता है जिसमें सभी को सख्त निर्देश दिया जाता है कि जेल सुरक्षा में जो सेन्ध लगी है उसको रोकिए। और जेल की सुरक्षा चाक-चौबंद करिए अन्यथा आप सभी को सस्पेंड कर दिया जाएगा। अपराध बढ़ते जाते हैं और आप सब हाथ पर हाथ रखे बैठे हुए हैं सीनियर्स को क्या जवाब दें हम। तभी बीच में बोलने की आदत से मजबूर उनका अर्दली चौबे बोलता है हजूर आप कहें तो हम नंगा बन जाते हैं और साहब को दिखा दीजिए कि नंगा तो जेल में ही है सर डबल रोल का का कमाल..  शटअप डबल रोल स्प्रिंग रोल बन जाओगे और हमारी सर्विस भी ले जाओगे. सभी अधिकारी जेलर से नजर बचाके हंसते हैं धीरे से. उधर
इंस्पेक्टर सुधाकर भी मीटिंग में पहुंचते हैं लेट होने के कारण जेलर उन्हें टोन्ट करते हुए बोलता है- क्यों जेल के सब अधिकारी यहां मीटिंग में हैं तो आप अकेले मोर्चा संभाल रहे थे क्या? सॉरी सर वह डेविड को चक्कर आ गया था बस उसको दो सिपाहियों के देखरेख में छोड़ कर आया हूं डॉक्टर को भी कॉल किया है वह उसका चेकअप  करने आते ही होंगे। गुड वैसे नंगा ने नींद उड़ा दी है और ऐसे में किसी कैदी को कुछ हो गया तो मुसीबत हो जाएगी। आप सभी चाक-चौबंद रहिए जेल की सुरक्षा में कोई कमी ना बरती जाए। आज की मीटिंग ओवर।
इधर डॉक्टर डेविड का चेकअप करते हैं तो पाते हैं कि नॉर्मल है जैसे की पहले से होता आया है कि जब भी वह किसी क्राइम केस के बारे में सुनता है तो उसका दिमाग बहुत तेज से रन करता है और पुतलियां चढ़ जाती है तेज चलने लगती हैं तो उसको उसका चश्मा चाहिए होता है। शायद आज उसके पास नहीं रहा होगा इसीलिए बेहोश हुआ दोनों सुरक्षाकर्मी बताते हैं जी सर जब हम बैरक में आए तो इसका चश्मा इसकी आंखों पर नहीं था फिर सुधाकर सर ने दौड़कर वह लगाया फिर यह बेहोश हो गया कोई बात नहीं अभी धीरे-धीरे यह होश में आ जाएगा इसका मेंटोर कौन है यहां पर जी सुधाकर सर। ओके मैं उनको बोल दूंगा तुम लोग ठंडे पानी से डेबिट का मुंह धुला दो और जब तक होश ना आए आप में से किसी एक को यहां रहना होगा। जी डॉक्टर। और डॉक्टर चलते हैं और बैरक में से निकल कर आगे आते हैं कि सुधाकर की ऑफिस से आने की आवाज आती है। सुधाकर को अपनी ओर आता देख कर डॉक्टर साहब कहते हैं आप आ गए। जी डॉक्टर डेविड कैसा है अब पहले से नॉर्मल है। कुछ देर में पूरी तरह नॉर्मल हो जाएगा जी थैंक्यू डॉक्टर। नॉट मेंशन इट्स माई ड्यूटी। मुस्कुराते हुए दोनों लोग एक दूसरे को क्रॉस करते हैं और अपने अपने रास्ते चलते बनते। सुधाकर डेविड के बैरक में आता है तो देखता है कि वह बैठा है दीवाल पर कुछ लिख रहा है। रूम में चारों तरफ देखता है फिर डेबिट को, सब नॉर्मल और वह चला जाता है। इधर चारों तरफ सूना देखकर वह सुधाकर की ऑफिस की ओर जाता है सबसे नजर बचाके और उधर सुधाकर चाय पीने कैंटीन चले जाते हैं। सुधाकर की ऑफिस जो स्टाफ ऑफिस है वहां कोई नहीं है। वहां से एक पेज निकालता है 1 पेन  लेता है और चुपचाप अपने कमरे में चला जाता है।और जल्दी-जल्दी उस कागज पर कुछ लिखता है चारो तरफ चौकन्ना होकर देखता रहता है और लिखता जाता है लिखने के बाद में प्लास्टिक की रबड़ से उस पेज को जेलर के रूम में फेंक देता है झरोखे से। इधर शाम की कैदी काउंटिंग शुरू होती है सुधाकर की टीम कैदियों की गिनती करते हुए डेविड के रूप में पहुंचता है और देखता है कि डेविड दीवाल पर कुछ लिख रहा है। उत्सुकतावश वह बैरक के अंदर जा कर देखता है तो वह पाता है कि उसने डी-साइलेंट लिखा हुआ है और उसी को प्याज से और गाढ़ा कर रहा है। तो वह मुस्कुराता है कि कहां कुछ देर पहले यह कितना सीरियस कंडीशन में था और अब कहां  यह बच्चों की तरह हरकतें कर रहा है। सुधाकर उसके सर पर हाथ फिरता हुआ बोलता है अपना ध्यान रखना और चला जाता है।
रात हो गई है इधर डेविड अपनी डायरी पलटता है बार बार तो कभी घड़ी निहारता है बार-बार। इधर-उधर करवटें बदलता है और रात बीतती है। सुबह होती है सब अपनी ड्यूटी पर तैनात होते हैं। जेलर साहब भी आते हैं अचानक अपनी चेयर पर एक चिट देखकर चोंक जाते हैं। खोलकर देखते हैं तो सारी घटना का विजुअल उनके नज़रों के सामने होता है। कैसे मर्डर हुआ कैसे नंगा उसको उसकी बोटी-बोटी करके काट कर पहले थैली में पैक कर रोड के डिवाइडर पर फेंक देता है उसके बाद कहां छुप जाता है। सारी चीजें देख रहा है जेलर तभी सुपरिंटेंडेंट साहब आते हैं और देखते  जेलर कांप रहा है, होंठ सूख गया है।जेलर को  आवाज लगाते हैं दो बार तीसरी बार में वह सुन पाते हैं चौंकते हुए यस सर । क्या है  यह जेलर पेज को सुप्रीम टेंडन की ओर बढ़ा देता है। उसको पूरा पड़ता है नीचे साइन डी-साइलेंट और पूछता है डी-साइलेंट यह कौन है? जेलर सारी बात जानकर नंगा ने कत्ल किया है इस सोच में डूबा है कि अब तो हुआ सस्पेंड । 

कहानी जारी है अगले अंक पढ़े की जेलर का क्या हुआ ।

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Shivansh Shukla

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बेहद ही शानदार आगाज भाई 👌🙏

29 सितम्बर 2021

Sri niwas Dwivedi

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29 सितम्बर 2021

जी आपका बहुत आभार 🙏

sanjay patil

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शानदार

29 सितम्बर 2021

Sri niwas Dwivedi

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25 अक्टूबर 2021

Shukriya aapka

गीता भदौरिया

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आगाज़ अच्छा है श्रीनिवास जी

25 सितम्बर 2021

Sri niwas Dwivedi

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29 सितम्बर 2021

हौसला अफजाई के लिए आपका बहुत-बहुत शुक्रिया

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