पहाड़ी आदिवासी कबीले की एक प्रथा सिल्वटी के कारण काबिले की महिलाओं पर हो रहे अन्याय और शारीरिक शोषण के खिलाफ एक नाबालिग विवाहिता ने आवाज उठाई तो कबीले के मुखिया ने उसे उसके परिवार सहित दफना दिया। देवांशी की आत्मा को शांति नही मिली और वो भूतनी बनकर आ गई कबीले में,,,