shabd-logo

दिल का टुकड़ा

9 अगस्त 2018

257 बार देखा गया 257
featured image

नाम : आलोक फोगाट

जन्म स्थान : मेहरौली (दिल्ली)

फ़ोन : 9953986953, 9958003160



दिल का टुकड़ा

आज शादी को 23 साल हो गए। याद आता है---शादी में पहली बार जब उससे परिचय हुआ ससुर जी ने बताया ये मेरे भाई, जो गांव में रहते हैं, उनका बेटा राहुल, हमारे साथ ही रहता है। राहुल गोरा सा प्यारा सा पांच साल का बच्चा, शर्मिला भी बहुत। धीरे-धीरे राहुल हमसे बहुत घुल-मिल गया। अपने सभी साले सालियों में वह बच्चा मुझे बहुत प्यारा लगा। उसे मुझसे इतना प्यार हो गया कि जब भी मैं ससुराल जाता, वह मुझ से जीजाजी कह कर लिपट जाता मैं भी उसका विशेष ध्यान रखता , उसके लिए खिलोने, कपड़े या उसके मन की कोई वस्तु ले जाता था।

घर मे सब उसे पसंद करते। धीरे-धीरे वह बड़ा होने लगा। घर के काम-काज, अपनी जिम्मेवारियां वह ब-खूबी निभाता। ससुरजी का दायां हाथ था वह। फिर एक दिन उसके लिए एक ऊँचे घराने से रिश्ता आया । शादी भी ही गई किन्तु शायद उसके ससुरजी को ये मध्यम परिवार न सुहाता था, सो उन्होंने राहुल के कान भरकर मेरे ससुरजी व उनके भाई के बीच फूट पैदा कर दी राहुल मेरे सास-ससुर को छोड़कर अपने माँ-बाप के पास चला गया। मैंने गले लगाकर, आंखों में आंसू भरकर उसे लाख समझाया, किन्तु उसे समझ नहीं आया। उससे बिछड़कर सब टूट गए थे।

उससे भी जब रहा न गया तो एक दिन फोन आया बोला जीजाजी मुझे पता है कि आप बहुत दुखी हो। आपने मुझे बहुत प्यार दिया। पर मैं मजबूर था।

मैंने कहा सुन, "वक्त तो सब ज़ख्म भर देगा। अभी ससुरजी को एक कुत्ता ले जाकर दे दिया है और उसका नाम राहुल रख दिया है। उन्हें अटल विश्वास है कि वो हमेशा वफादारी ही करेगा। तू फिक्र मत कर राहुल नाम के साथ नमकहराम नहीं जुड़ेगा।" इसके बाद राहुल का कभी फोन नहीं आया, न ही वह नज़र आया, किन्तु दिल के किसी कोने में अब भी उसकी यादें छिपी हुई हैं, जो अश्रुओं के रूप में आती हैं।

आलोक फोगाट

Alok Phogat की अन्य किताबें

रेणु

रेणु

बहुत ही रोचक और बहुत ही कहूं नहले पे दहला प्रसंग है | मेरा मानना है कि कृतघ्न बेटे होते हैं बहुएं नहीं | आखिर पालते तो माता पिता बेटों को ही है बहुओं को नहीं | कहाँ कहाँ और किस दरगाह पर सर नहीं झुकाते माता - पिता इन बेटों के लिए और बेटियां भी बहुओं के किरदार में आते ही बदल जाती हैं |

12 अगस्त 2018

प्रियंका शर्मा

प्रियंका शर्मा

आलोक जी , ये किस्सा सुन अफ़सोस हुआ

9 अगस्त 2018

1

सबसे अच्छा पिता

8 अगस्त 2018
0
4
3

नाम : आलोक फोगाट जन्म स्थान : मेहरौली (दिल्ली)फ़ोन : 9953986953, 9958003160 दोस्तो,मै, आलोक फोगाट, प्राचीन एतिहासिक शहर महरौली (दिल्ली) का रहने वालाहूँ | आपके सामने एक मार्मिक कहानियाँ, जो ‘फलक’, ‘लघुकथा के परिंदे’, ‘हिंदी प्रतिलिपि’,‘वर्जिन

2

दिल का टुकड़ा

9 अगस्त 2018
0
2
2

नाम : आलोक फोगाट जन्म स्थान : मेहरौली (दिल्ली)फ़ोन : 9953986953, 9958003160 दिल का टुकड़ा आज शादी को 23सालहो गए। याद आता है---शादी में पहली बार जब उससे परिचय हुआ ससुर जी ने बताया येमेरे भाई, जो गांव में रहते हैं, उनका बेटा राहुल, हमा

3

नालायक

9 अगस्त 2018
0
1
2

शादी करके, घर में कलह करके, अलग होकर, मुझे रुलाकर आज चार साल बादघर से अलग होने के बाद बड़े बेटे का फ़ोन आया वह कुछ कहना ही चाहता था कि मैं आदतनशुरू हो गया, नालायक तेरी हिम्मत कैसेहुई, फ़ोन करने की तू तो उसी दिनही मर गया था हमारे लिए, जिस दिन ये घर छोड़ कर गयाथा, वो कुछ कहना ही चाहता था किमैंने फ़ोन पटक द

4

माँ कहाँ गई

9 अगस्त 2018
0
2
1

माँ कहाँ गई आज माँ को गुज़रे हुए साल होने को आया। धीरे-धीरे सबनॉर्मल होने लगा था।सब काम धंधे पहले की ही तरह चलने लगे थे। एक दिन गीता (मेरी पत्नी) सफाई करते समय माँ की अलमारीको भी जो अस्त व्यस्त पड़ी थी, ठीक करने लगी जिसमे माँके पुराने कपड़े रखे थे।मैं उस समय वहीं खड़ा था। गीता मां का वह पीला सूट तहाने ल

---

किताब पढ़िए

लेख पढ़िए