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दर्दे दिल 🖤🖤

21 नवम्बर 2023

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" हसरत ना की है हमने किसी के दिल में जगह पाने की...

शिकायती निगाहें, तानों से भरी जूबान से कभी मिठास पाने की....

तकलीफ़ बहोत है तुम्हें हमसे, आरूजू हमसे दूर हो जाने की...

पर ये मंजूरे खुदा भी नहीं होता, ये आरज़ू रंग लाने की...!!!!! 🖤🖤


जुबाने खंजर भी खुब चलाया हमपर, छलली भी हम हर बार हुए...

पर दिल पत्थर है हमारा, इसलिए तेरे हर तीर बेकार हुए...

फ़िक्र ना कर ऐ ज़ालिम, तेरी ये आरज़ू भी एक दिन पुरी हो जाएगी....

जिस दिन इस जिस्म से ये रूह निकल जाएगी...!!!!!🖤🖤

by: Santoshi " Katha"

मीनू द्विवेदी वैदेही

मीनू द्विवेदी वैदेही

बेहतरीन लेख 👌 आप मुझे फालो करके मेरी कहानी पर अपनी समीक्षा जरूर दें 🙏

8 दिसम्बर 2023

प्रभा मिश्रा 'नूतन'

प्रभा मिश्रा 'नूतन'

बहुत खूबसूरत लिखा है आपने बहन मेरी कहानी कचोटती तन्हाइयां पढ़कर अमूल्य समीक्षा व लाइक दे दें 😊🙏

27 नवम्बर 2023

__Santoshi__ "Katha"

__Santoshi__ "Katha"

2 दिसम्बर 2023

शुक्रिया मैम 🌸

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