( कौन है तू यहां तेरा काम क्या है?--गज़ल )
कौन है तू यहां तेरा काम क्या है,
इस अदालत में तुझपे इल्ज़ाम क्या है ?
दिल की कश्ती समंदर में जा चुकी,
ज़िन्दगी के सफ़र में आराम क्या है ?
खुशियों का दीया जलना तो चाहे लेकिन,
दर्द की आंधियों का पैगाम क्या है ?
तू मुसलमां या हिन्दू मतलब नहीं है,
हमदमे-मुल्क का तेरा नाम क्या है ?
जग में इंसानियत ही सबसे उपर है,
इसके आगे ख़ुदा क्या है राम क्या है ?
( डॉ संजय दानी )