समय रहते इंसान को उसकी जगह दिखा देनी चाहिए,
पैरों की जूती, कभी सर का ताज नहीं होना चाहिए,
13 सितम्बर 2021
0 फ़ॉलोअर्स
मुझे कविता, कहानी, लघुकथा, ड्रामा, शेरो शायरी, लिखने का शौक है, " जीते जी ऐसा कुछ कर जाऊं, मरने के बाद लोगों के मन में याद बनकर उभर पाऊं " "अपने नाम से माता पिता की पहचान चहु दिशा में फैलाऊ तभी यह जन्म सार्थक कहलाऊ," D
धन्यवाद आप का 🙏🙏
13 सितम्बर 2021
बहुत ही अच्छी रचना
13 सितम्बर 2021