ना घमंड मेरा रहा, ना गुरुर तेरा रहेगा
आज जमी पर हे कल अंदर दफन रहेगा,
13 सितम्बर 2021
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मुझे कविता, कहानी, लघुकथा, ड्रामा, शेरो शायरी, लिखने का शौक है, " जीते जी ऐसा कुछ कर जाऊं, मरने के बाद लोगों के मन में याद बनकर उभर पाऊं " "अपने नाम से माता पिता की पहचान चहु दिशा में फैलाऊ तभी यह जन्म सार्थक कहलाऊ," D