JAIDEV TOKSIA
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तुलसी फव्वारा प्रेम का राम करी चल जाए सद्गुण की आंधी चले सब दुर्गुण उड़ जाए।
शब्दों की छांव
आप सभी साहित्य प्रेमियों को सादर प्रणाम, मैं जयदेव टोकसिया हरियाणा मेरी जन्मस्थली है मुझे कविताएं लिखना अच्छा लगता है , मेरी कुछ कविताएं पत्र - पत्रिकाओं में छपती रहती है इस पुस्तक में मैं अपनी समस्त काव्य रचनाओं को एक साथ पिरौने कि पूरी कोशिश
शब्दों की छांव
आप सभी साहित्य प्रेमियों को सादर प्रणाम, मैं जयदेव टोकसिया हरियाणा मेरी जन्मस्थली है मुझे कविताएं लिखना अच्छा लगता है , मेरी कुछ कविताएं पत्र - पत्रिकाओं में छपती रहती है इस पुस्तक में मैं अपनी समस्त काव्य रचनाओं को एक साथ पिरौने कि पूरी कोशिश