JAIDEV TOKSIA
1 किताब ( 1 हिंदी )
3 रचनायें ( 3 हिंदी )
तुलसी फव्वारा प्रेम का राम करी चल जाए सद्गुण की आंधी चले सब दुर्गुण उड़ जाए।
नीलकंठ ( काव्य संग्रह)
आप सभी साहित्य प्रेमियों को सादर प्रणाम, मेरा नाम जयदेव टोकसिया है ओर मैं हरियाणा राज्य के सिरसा जिला के एक छोटे से गांव Gindran से संबंध रखता हूं मुझे कविताएं लिखना अच्छा लगता है , मेरी कुछ कविताएं पत्र - पत्रिकाओं में छपती रहती है इस पुस्तक में
नीलकंठ ( काव्य संग्रह)
आप सभी साहित्य प्रेमियों को सादर प्रणाम, मेरा नाम जयदेव टोकसिया है ओर मैं हरियाणा राज्य के सिरसा जिला के एक छोटे से गांव Gindran से संबंध रखता हूं मुझे कविताएं लिखना अच्छा लगता है , मेरी कुछ कविताएं पत्र - पत्रिकाओं में छपती रहती है इस पुस्तक में