जिस पिता के लिए ,
बेटी शहजादी होती है।
उसका पति उसे अपनी ,
जान तो दूर इंसान तक नही समझता।
एक छोटी सी बिंदी ,
अपने माथे पर सजा लेने से
मां वारी जाती थी ।
वही सास को वो,
खूबसूरत लगना तो दूर ,
अच्छी तक नही लगती ।
जिस आंगन में बहने उसके ,
आगे पीछे घूमती थी ।
आज ननद के चार काम करने पर,
तारीफ तो दूर ,
आभार के दो शब्द तक नही निकलते ।।
क्यों बार बार मान भंग लिया जाता है औरत का ,,?
है जवाब इस समाज इस पुरुष प्रधान देश के पास ।
श्रद्धा 'मीरा '✍️