आओ मिलकर आग लगाएं,नित नित नूतन स्वांग करें,
आओ मिलकर आग लगाएं,नित नित नूतन स्वांग करें,पौरुष की नीलामी कर दें,आरक्षण की मांग करें,पहले से हम बंटे हुए हैं,और अधिक बंट जाएँ हम,100 करोड़ हिन्दू है,मिलकर इक दूजे को खाएं हम,देश मरे भूखा चाहे पर अपना पेट भराओ जी,शर्माओ मत,भारत माँ के बाल नोचने आओ जी,तेरा हिस्सा मेरा हिस्सा,किस्सा बहुत पुराना है,हिस