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सोचो देश में इतने बबाल क्यू हो रहे हैं.

23 फरवरी 2016

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सोचो देश में इतने बबाल क्यू हो रहे हैं. 

गुजरात में पटेल, हरियाणा में जाट आंदोलनों के पीछे केवल और केवल कांग्रेस ही हे क्यू के कांग्रेस को केवल बीजेपी से बेर हे वरना गैर बीजेपी शाषित राज्यों में क्यू कोई आंदोलन नहीं होता हे. गौर करो इस बात पर जब से केंद्र में बीजेपी आई हे तब से ही असहिषुणता क्यू हे? क्यू के कॉंग्रेस अपने हार से नहीं बीजेपी की जीत से परेशान हे. वो भी प्रचंड जीत. क्या अब से पहले केंद्र में गैर कोंग्रेसी सरकार नहीं आयीं पहले तो कभी इतने बबाल नहीं हुए देश में सरकारों के खिलाफ जो अब हो रहे हैं. 

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रचनाएँ
madhurgroup
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ज्ञान एवं धर्म
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अयोध्या श्री राम मंदिर एक तथ्य

25 जनवरी 2016
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जय श्री राम,सच जानने का हक सबको है, आप भी जानिये।वो सच जिसे दबाने की कोशिश की गयी।देश के सेक्युलर जो राम मंदिर बनते नही देखना चाहते हैं।वो सेक्युलर जो मंदिर के आड़ में वोट की राजनीति करना चाहते हैं।देश के जाने-माने पुरातत्वशास्त्री और भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग में उत्तर क्षेत्र के पूर्व निदेशक

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सकारात्मक सोच !!!

3 फरवरी 2016
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जे एन यू में जो कुछ हुआ

13 फरवरी 2016
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केजरीवाल: जे एन यू में जो कुछ हुआ वो सब मोदीजी की चाल हे मुसलमानों एवं दलितों को बदनाम करने की.राहुल: मोदीजी ये आप अच्छा नहीं कर रहे हो जो अभिव्यक्ति की आजादी पर रोक लगा रहे हो.लालू : ई ससुरा आर एस एस वालों को हमेशा मुसलामानों में ही खोट नजर आवत हे. नितीश: ये देशद्रोही नहीं हमारे देश के सच्चे सपूत ह

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सोचो देश में इतने बबाल क्यू हो रहे हैं.

23 फरवरी 2016
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सोचो देश में इतने बबाल क्यू हो रहे हैं. गुजरात में पटेल, हरियाणा में जाट आंदोलनों के पीछे केवल और केवल कांग्रेस ही हे क्यू के कांग्रेस को केवल बीजेपी से बेर हे वरना गैर बीजेपी शाषित राज्यों में क्यू कोई आंदोलन नहीं होता हे. गौर करो इस बात पर जब से केंद्र में बीजेपी आई हे तब से ही असहिषुणता क्यू हे?

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आओ मिलकर आग लगाएं,नित नित नूतन स्वांग करें,

24 फरवरी 2016
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आओ मिलकर आग लगाएं,नित नित नूतन स्वांग करें,पौरुष की नीलामी कर दें,आरक्षण की मांग करें,पहले से हम बंटे हुए हैं,और अधिक बंट जाएँ हम,100 करोड़ हिन्दू है,मिलकर इक दूजे को खाएं हम,देश मरे भूखा चाहे पर अपना पेट भराओ जी,शर्माओ मत,भारत माँ के बाल नोचने आओ जी,तेरा हिस्सा मेरा हिस्सा,किस्सा बहुत पुराना है,हिस

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योग सब के लिये

22 जून 2016
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सरकार और सेलिब्रिटी टाइप लोग कह रहे हैं की "योग का कोई मजहब नहीं होता"...इसी प्रकार ये अक्सर कहते हैं की "आतंक का मजहब नहीं होता"...पूरी दुनिया जानती है की दोनों बाते "सफ़ेद झूठ" हैं..आतंकवाद पर बात नहीं करना चाहता क्योंकि पूरा विश्व देख रहा है मगर योग का मजहब है और वो कौन सा मजहब है उसके कुछ साक्ष्य

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