उज्जैन स्थित स्वम्भू भगवान महाकाल के आविर्भाव के बारे में जानकारी |
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महाकाल पुस्तक में भगवन महाकाल के आविर्भाव सक्षिप्त विवरण दिया गया है | उज्जैन के राजा महराजाधिराज बाबा महाकाल मंदिर के तीन भाग है | सबसे ऊपर नाग चंद्रेश्वर के रूप मर भगवन शिव विराजमान है बीच के भाग मे
आविर्भाव अवन्तिकायां विहितावतारं मुक्तिप्रदानाय च सज्जनानाम्। अकालमृत्यो: परिरक्षणार्थं वन्दे महाकालमहासुरेशम्।। जो भगवान शिव शंकर संतजनों को मोक्ष प्रदान करने के लिए अवन्तिकापुरी उज्जैन में अवतार
महाकाल में भस्म आरती महाकाल में भस्म आरती होती है पहले यहां जलती हुई चिता की राख लाकर पूजा की जाती थी इसलिए माना जाता था कि महाकाल का संबंध मृत्यु से है प्राचीन काल में पूरी दुनिया का मनक समय यहीं स
उज्जैन स्तिथ महाकाल मंदिर तीन भागो में सम्मलित है | सबसे नीचे गर्भ गृह में भगवन महाकाल विराजमान है | मध्य में ओम्कारेश्वर तथा ऊपर नागचंद्रेश्वर विराज मान है | ओम्कारेश्वर में भगवान् शिव नंदी का सा
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार नागचंद्रेश्वर मंदिर में राजा तक्षक ने भगवान शिव को मनाने के लिए घोर तपस्या की थी। भगवान शिव ने उन्हें अमरत्व का वरदान दिया था। भगवान शिव के वरदान देने के बाद राजा तक्