shabd-logo
Shabd Book - Shabd.in

मैं हूं आई ए एस

Shakshi tiwari

0 अध्याय
0 व्यक्ति ने लाइब्रेरी में जोड़ा
0 पाठक
निःशुल्क

मैं हूं आई ए एस कि कहनी बड़ी डिल्चप्स की कैसे पार्वती अपनी मंजिल को कैसे छुलेती हैं। दुनिया वालो के मुंह में ताला लगजाता है। आज का समाय ऐसा होगया की समाज को बदलना बड़ा जरूरी होगया है और यह कहानी समाज को बदलने की प्रेरणा है। आज कल हमारे समाज मैं कोई किसी को खुश नहीं देख सकता क्योंकि लोग हराना नही चाहते जीतना चाहते है।इसी लिए यह कहानी लोगो प्रेरित करेगी । 

main hun i e as

0.0(0)

पुस्तक के भाग

no articles);
अभी कोई भी लेख उपलब्ध नहीं है
---

किताब पढ़िए