धोखा खाने से बचें
अकसर लोग प्यार में धोखा खा जाते हैं। वे समझ नहीं पाते कि इतने लम्बे समय साथ रहने के बाद भी अचानक उनके साथी ने उन्हें छोड़ क्यों दिया। एक पल के लिए तो इन्हें धोखे जैसा अहसास होने की बजाय केवल हैरानी महसूस होती है। और फिर धीरे-धीरे होश में आने के बाद वे उस साथी को कोसते हैं, जो उन्हें बीच रास्ते में छोड़ कर चला गया।
आपकी लापरवाही
लेकिन ताली एक हाथ से नहीं बजती दोस्त! यदि आज आपका साथी आपको धोखा देकर गया है तो इसमें आपकी बराबर की गलती है। उसके द्वारा धोखा देने के खेल में आप बराबरी के हिस्सेदार रहे हैं। इन बातों को पढ़कर आपको गुस्सा अवश्य आ रहा होगा कि भला आपको यह मालूम होता कि आपका साथी आपके साथ धोखा कर रहा है तो क्या आप उसे ऐसा करने देते?
शायद नहीं! लेकिन फिर भी आपकी गलती तो है। गलती है उसे ठीक तरह से ना पहचानने की। गलती है इतने लम्बे समय तक उसके साथ रहते हुए भी उसकी हरकतों को नजरअंदाज़ करने की। एक ज्योतिषी हमारी जन्म-कुंडली या हाथों और माथे की लकीरों को पढ़कर हमारे भविष्य के बारे में बताता है, लेकिन हम चाहें तो हम भी सामने वाले इंसान को काफी हद तक पढ़ सकते हैं।
इस कला को ‘बॉडी लैंग्वेज’ पढ़ना कहते हैं। जी हां, सामने वाला इंसान किस प्रकार से बात कर रहा है, उसकी आंखों की मूवमेंट, उसके द्वारा हाथों का किस प्रकार से इस्तेमाल करना, वह कैसे चलता है, या किस अंदाज़ में बात करता है; यह सभी बातें हमें उसके व्यवहार की झलक देती हैं।
यदि आप यह समझ जाएं तो दुनिया में ऐसा कोई इंसान नहीं होगा, जो आपको धोखा देने की क्षमता रखता हो। सामने वाले इंसान के हाव-भाव को समझ सकना यूं तो आसान नहीं होता, लेकिन इतना मुश्किल भी नहीं है जितना कि दिखाई पड़ता है। केवल जरूरत है तो थोड़ा सतर्क रहने की।
किसी को भी समझने के लिए सबसे पहले उसके नज़दीक जाना जरूरी है। यहां नज़दीकी से तात्पर्य शारीरिक नज़दीकी नहीं, बल्कि व्यवहारिक तौर पर नज़दीकी बढ़ानी जरूरी है।
सावधानी से यदि किसी के छोटे-बड़े अंदाज़ पर गौर किया जाए, तो उसके दिमाग में क्या चल रहा है उसे समझ सकना कोई कठिन कार्य भी नहीं है। उदाहरण के तौर पर एक बात काफी लोकप्रिय है कि जब कोई इंसान झूठ बोल रहा होता है तो वह सामने वाले इंसान की आंखों में आंखें मिलाकर बात करने की हिम्मत नहीं कर पाता है।
लेकिन आज ज़माना बदल गया है। आजकल तो चोर भी धड़ल्ले से दिन-दहाड़े बंदूक की नोक पर चोरी करता है, तो झूठ बोलना क्या चीज़ है। आज के ज़माने में उन लोगों की कमी नहीं है जो झूठ को भी सौ टका सच बनाते हुए पूरे आत्मविश्वास से बात करते हैं।
उन्हें देख यह जान सकना मुश्किल हो जाता है कि वह झूठ बोल रहे हैं या सच को भी मात दे रहे हैं। ऐसे में आपको सावधानी बरतने की जरूरत है। हो सकता है कि उसकी आंखों के बजाय उसके शरीर का कोई अंग तो जरूर होगा, जो उसके झूठ बोलने के कारण थरथरा रहा हो।
कई बार जब इंसान घबराया हुआ होता है तो वह अपने शरीर का कोई हिस्सा बेवजह खुजलाना शुरू कर देता है, और तक तक खुजलाता है जब तक वह बात पूरी नहीं कर लेता। उसकी इस हरकत से आप अंदाज़ा लगा सकते हैं कि शायद वह आपसे कोई बात छिपा रहा है।
अकसर धोखा खाने वाला इंसान यह दलील देता है कि उसका पार्टनर उसके काफी नज़दीक था। उसे अपना होने का अहसास दिलाता था, लेकिन ऐसा भी तो हो सकता है कि यह महज़ एक दिखावा हो। या फिर इस्तेमाल करने का तरीका हो। लड़का हो या लड़की, कोई भी अपने फायदे के लिए दूसरे इंसान को भरोसे में लेकर उसका इस्तेमाल कर सकता है।
ऐसे में आपको समझना होगा कि उसका आपके नज़दीक आने का तरीका कैसा है। यदि आप अपने पार्टनर के नज़दीक जा रहे हैं, और वह भी खुशी महसूस करते हुए आपके पास संतुष्ट स्वभाव से बैठे हैं, तो यहां धोखे की हवा नहीं चल रही है। लेकिन यदि पास आने का तरीका कुछ अटपटा सा और आपके दिल को असंतुष्टि पहुंचाने वाला है, तो फिर दाल में शायद कुछ काला तो जरूर है।
इसके अलावा उनके सिर हिलाने के तरीके से भी आप यह जान सकते हैं कि वे भरोसा करने लायक है भी या नहीं। कुछ लोग सामने वाले को सहानुभूति दिखाते हुए सिर को हल्का सा टेढ़ा करते हैं। लेकिन यदि इस तरह सिर झुकाने के साथ आपको अपने साथी की ओर से कुछ शरारती सी मुस्कान भी महसूस हो तो, हो ना हो वह आपसे फ्लर्ट कर रहे हैं।
इसके साथ ही इंसान की झुकी हुई आंखें भी काफी कुछ कहती हैं। यदि आप जिससे बात कर रहे हैं वह आपसे आंखें नहीं मिला रहा है तो हो सकता है कि वह कुछ शर्मीले अंदाज़ का हो, लेकिन इसका एक और मतलब भी हो सकता है कि शायद वो कुछ बात छिपा रहा हो। इसके अलावा कई बार शर्मिंदगी के अहसास में भी इंसान आंखें मिलाने से कतराता है।
परन्तु कई बार दूसरों को इज्ज़त देने के लिए भी आंखें ना मिलाने का काम किया जाता है। यह भारतीय संस्कृति में देखा जाना आम बात है। यह तो जाहिर सी बात है कि इंसान की आंखें बहुत कुछ कहती हैं, लेकिन यदि आप किसी का उसकी बॉडी लैंग्वेज़ से अनुमान लगा रहे हैं, तो यहां हाथों पर ध्यान देना भी जरूरी है।
यदि आपके सामने कोई अपनी बाजुओं को क्रास करके खड़ा है तो इसका मतलब है वह आपसे कुछ कटा-सा या बेचैन महसूस कर रहा है। हाथों को क्रास करके खड़ा होना एक इंसान का दूसरे इंसान की बातों को गंभीरता से ना लेना भी दर्शाता है।
लेकिन इसके स्थान पर यदि उनके हाथ उनकी गर्दन के पीछे हैं और वे आराम से आपके सामने बैठे हैं तो इसका मतलब है कि वह संतुष्टि से आपकी एक-एक बात सुनने में रुचि रखते हैं। परन्तु इसकी जगह पर यदि उन्होंने अपने हाथ अपने कूल्हों पर रखे हैं तो हो सकता है कि वह कुछ बेसब्र हों। और अगर उन्होंने अपने हाथों की अंगुलियों को दबाया हुआ है तो हो सकता है कि वे कुछ परेशान या चिढ़े हुए हों। यह अंदाज़ उनके गुस्से को भी दर्शाता है।
सामने वाला इंसान बेसब्र है या कुछ घबराया हुआ है इसे जानने के लिए उसके पैर भी मददगार साबित होते हैं। यदि वह बैठे हुए या खड़े हुए, किसी भी रूप में अपने पैर को ज़मीन पर बार-बार मार रहा है तो हो सकता है कि वह किसी बात से परेशान है।
कई बार उसका यह तरीका एक और बात दर्शाता है कि वह आपकी बात सुनने में दिलचस्पी नहीं रखता है और आपकी बातों से वह ऊब रहा है। लेकिन इसके स्थान पर यदि वह अपनी टांगों को क्रास करके आराम से पीछे होकर बैठा है तो मतलब है कि वह आपकी बातें सुनने के लिए आपको पूरा समय दे रहा है।
यदि उपरोक्त बताई बातों को आप ध्यान से समझ लें और साथ ही सामने वाले इंसान की छोटी-छोटी हरकतों को पकड़ सकें तो, आपको ‘बॉडी लैंग्वेज एक्सपर्ट’ बनने से कोई नहीं रोक सकता है। वैसे इस संदर्भ में विशेषज्ञ होना जरूरी नहीं है, लेकिन यह कला आपको आपके जीवन के हर एक पड़ाव पर काम आएगी।