ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में रंगारंग कार्यक्रम के साथ क्रिकेट वर्ल्ड की शुरुआत हो चुकी है. खेल के मादक खुमार में करोड़ों क्रिकेट प्रेमियों की सांसे कई बार ऊपर नीचे होंगी. एक नजर कप के प्रबल दावेदारों पर.
ऑस्ट्रेलिया
ज्यादातर क्रिकेट पंडित ऑस्ट्रेलिया को वर्ल्ड कप 2015 का सबसे प्रबल दावेदार बता रहे हैं. टीम की गेंदबाजी, बल्लेबाजी और फील्डिंग चुस्त है. घर में अपने फैन्स के सामने अपनी उछाल भरी पिचों पर खेलना कंगारू टीम को एक स्वाभाविक आत्मविश्वास देगा. ऑस्ट्रेलिया अब तक चार बार वर्ल्ड कप जीत चुका है.
दक्षिण अफ्रीका
टीम की कमान एबी डिवीलियर्स जैसे विस्फोटक बल्लेबाज के हाथ में है. एबी के साथी हाशिम अमला, जेपी डुमिनी और डु प्लेसी भी बढ़िया फॉर्म में हैं. स्टेन, मोर्केल और फिलांडर की घातक तेज गेंदबाजी दूसरी टीम की पसीने छुड़ा सकती है. लेकिन शंका इस बात की है कि आखिर में अहम मौके पर दक्षिण अफ्रीका पोंक न जाए. टीम इसके लिए मशहूर है.
न्यूजीलैंड
काली पोशाक में मैदान पर उतरने वाली कीवी टीम इस बार आराम से सेमीफाइनल तक पहुंचेगी, यह अनुमान क्रिकेट के महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर का है. सचिन के मुताबिक न्यूजीलैंड की पूरी टीम बढ़िया ऑलराउंडरों का समूह है. कीवी टीम को घरेलू माहौल का भी लाभ मिलेगा.
चौथा कौन?
सेमीफाइनल में पहुंचने वाली चौथी टीम कौन सी होगी, ज्यादातर जानकार यह अनुमान लगाने में गड़बड़ा रहे हैं. सेमीफाइनल तक पहुंचने के लिए भारत, पाकिस्तान, इंग्लैंड और श्रीलंका को कड़ी मेहनत करनी होगी.
भारत
सचिन तेंदुलकर समेत कई लोग भारत को सेमीफाइनल में पहुंचने वाली चौथी टीम मान रहे हैं. हालांकि सब लोग ये भी मान रहे हैं कि भारतीय टीम फिलहाल अपने बेहतरीन दौर में नहीं है. लेकिन इसके बावजूद वो छुपे रुस्तम की तरह है. कोहली, रहाणे, शर्मा, धोनी और जडेजा पर काफी दारोमदार होगा
कैप्टन कूल पर भरोसा
महेंद्र सिंह धोनी वर्ल्ड कप में मौजूद सबसे अनुभवी कप्तान हैं. बतौर कप्तान ये दूसरा वर्ल्ड कप है. सचिन कहते हैं, "धोनी कठिन से कठिन परिस्थितियों में शांत और सधे हुए रहते हैं और ऐसा कप्तान होना बहुत बड़ी ताकत है." खुद माही भी कह रहे हैं कि टूर्नामेंट शुरू होते ही टीम लय में लौट जाएगी.