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प्रकृति और मानव के अटूट प्रेम का पर्व :- वट सावित्री

3 जून 2019
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इस मतलबी सी ,क्रूर दुनिया में,जहाँ लोग प्यासे हैं पानी नहीं,लहू के ।उसी दुनिया का एक खूबसूरत सा चेहरा भी है ,जहाँ किसी और की उम्र बढ़ाने को,व्रत कोई और रखता है ।जी हां उसी चेहरे को हिंदुस्तान कहते हैं ।। ज

अब पछताये क्या होत, जब चिड़ियाँ चुग गयी खेत

1 जून 2019
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अच्छा लग रहा है न आज ऐसे सड़क के किनारे बैठे हुए, इस इंतजार में कि क्या हुआ जो बहु ने निकाल दिया घर से,बेटा तो हमारा है न ,वो हमें लेने जरूर आएगा ।अरे याद करो भाग्यवान आज से 40 साल पहले की बात को मेरे लाख मना करने के बावजूद तुमने मेरी विधवा माँ पर न जाने क्या क्या इल्ज़ाम लगा कर घर से निकाला था। कितनी

अब पछताये क्या होत,जब चिड़ियाँ चुग गयी खेत

1 जून 2019
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