🔴 संजय चाणक्य
कुशीनगर। जम्मू कश्मीर मे सरहद की निगेहबानी के दौरान आए बर्फीले तूफान मे शहीद हुए माँ भारती के लाल चन्द्रभान शुक्रवार को देर रात पंचतत्व मे विलीन हो गए। पैतृक गांव के देवांमनि ताल के बगल के भूमि पर सजायी गयी " भारत माँ के सपूत" के चिता को बडे भाई उदयभान ने मुखाग्नि दी। हजारो नम आँखों ने देश के हीरो के शवयात्रा मे " भारत माता की जय, वंदेमातरम्" के जयघोष के साथ नम आँखों से अंतिम विदाई दी।
कहना न होगा कि पांच दिन पूर्व बीते सोमवार को जम्मू कश्मीर के कुपवाड़ा जिले के माछिल सेक्टर में आए बर्फीले तूफान में कुशीनगर जनपद के सेवरही थाना क्षेत्र के दुमही गांव के निवासी चंद्रभान चौरसिया शहीद हो गए थे। मौसम की बेरुखी चलते शहीद - ए- चन्द्रभान का शव पांचवे दिन हवाई मार्ग से वाराणसी आया और वहां से सड़क मार्ग होते हुए शुक्रवार की शाम को पैतृक गांव पहुंचा। दरवाजे पर पहले से मौजूद हुजूम भारत माँ के इस सपूत की अन्तिम दर्शन के लिए टकटकी लगाए खडे थे।
🔴 शव पहुचते ही मच गया कोहराम
शहीद चन्द्रभान का पार्थिव शरीर पूरे राष्ट्रीय सम्मान के साथ पाचवे दिन शुक्रवार को उनके पैतृक गांव पहुचा तो गांव मे कोहराम मच गया। शहीद की पत्नी पिंकी पछाड खाकर गिर पडी, तो मां छाती पीट-पीट कर दहाड़े मार रही थी। पिता की पथराई आखो मे मानो आंसू सूख गए हो लेकिन बेटे का खोने का गम ने उन्हे बेसुध कर दिया था।
🔴 दाह संस्कार से किया इंकार, सीएम को बुलाने के जिद पर अड़े परिजन
मौसम के बेरुखी के कारण शहीद - ए- चन्द्रभान का अन्तिम दर्शन करने के लिए परिजनों सहित ग्रामीणों को काफी इंतजार करना पडा। विलंब का कारण खराब मौसम था। शुक्रवार को देर शाम शहीद चन्द्रभान का पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव पहुचा। सेना के जवानों ने विशेष वाहन से ताबूत मे रखे शहीद का पार्थिव शरीर पूरे सम्मान के साथ दरवाजे के सामने रखा। उसके बाद फौज के परम्परागत रस्म के अनुसार सेना के अधिकारी शहीद की पत्नी को तिरंगा सुपुर्द करने पहुचे तो पत्नी पिंकी ने तिरंगा लेने से इंकार कर दिया। इस दौरान परिजन सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ को बुलाने की मांग कर रहे थे। मौके पर मौजूद जिलाधिकारी डा0अनिल सिंह व पुलिस अधीक्षक विनोद कुमार मिश्र सहित अन्य अधिकारियों के समझाने के बावजूद परिजन मुख्यमंत्री को बुलाने, आश्रित को नौकरी देने तथा शहीद के परिजनों को सारी सुविधाएं देने की मांग पर अड़िल रहे।
🔴 पिंकी चाहती थी सीएम शामिल हो अंतिम संस्कार मे, सुने उसकी पीडा
शहीद चन्द्रभान की पत्नी पिंकी चाहती थी कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शहीद के अंतिम संस्कार मे शामिल हो लेकिन मुख्यमंत्री किसी कारणवश शहीद के अंतिम संस्कार में शामिल नही हो सके। जिसके वजह से प्रशासनिक अधिकारियों को शहीद के अंतिम संस्कार को लेकर काफी मशक्कत करनी पडी।
🔴 अधिकारियों के आश्वासन और समझाने के बाद हुआ अंतिम संस्कार
अधिकारियों के काफी मान-मनौव्वल के बावजूद परिजनों पर जब कोई असर नही हुआ तो रात्रि सवा आठ बजे मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार शलभ मणि त्रिपाठी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का वह ट्वीट परिजनों को दिखाया। मुख्यमंत्री योगी ने ट्वीट कर इस घटना पर अफसोस जाहिर करते हुए शहीद चन्द्रभान के परिवार को हर संभव मदत का आश्वासन देने का ट्वीट किया है। इसके बाद जिलाधिकारी डॉ.अनिल कुमार सिंह ने परिजनों शासन के तरफ से की गई घोषणाओ की जानकारी देते हुए घर तक सड़क निर्माण, आश्रित को नौकरी तथा सेना व सरकार की तरफ से मिलने वाली सहायता मुहैया कराने का भरोसा दिलाया।
🔴 परिजनों के साथ पिंकी ने किया पति का अंतिम दर्शन
अधिकारियों के समझाने व डीएम के आश्वासन के बाद तकरीबन साढे आठ बजे शहीद चंद्रभान की पत्नी पिंकी परिजनों के साथ पति के अंतिम दर्शन की। उसके बाद " चन्द्रभान अमर रहे" के जयघोष के साथ अंतिम यात्रा शुरू हुई।
🔴 साथी पर फक्र, सरहद की रक्षा के लिए ओढ लिया तिरंगा
सरहद से शहीद चन्द्रभान का पार्थिव शरीर लेकर आये आर्मी के नायब सुबेदार विनोद अपने शहीद साथी के मासूम बच्चों आयुष और आर्यन को देख गोद मे उठा फफक पडे। इस दौरान वहा मौजूद सभी के आगे नम हो गईं। सुबेदार ने कहा कि सैनिक के लिए तिरंगा ओढ लेना गर्व की बात है हमे फक्र है कि साथी ने सरहद की रक्षा करते हुए तिरंगा ओढ लिया।
🔴 अंतिम संस्कार मे ये रहे मौजूद
क्षेत्रीय सांसद विजय दूबे, देवरिया सांसद रमापति राम त्रिपाठी, मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार शलभमणि त्रिपाठी, राज्यमंत्री राजेश्वर सिंह, कसया विधायक रजनीकांत मणि त्रिपाठी, फाजिलनगर विधायक गंगा सिंह कुशवाहा, जिलाधिकारी डॉ0 अनिल कुमार सिंह, पुलिस अधीक्षक विनोद कुमार मिश्र, उपजिलाधिकारी एआर फारूकी, भाजपा जिलाध्यक्ष प्रेमचन्द मिश्रा, सपा जिला अध्यक्ष इलियास अंसारी, सहित बड़ी संख्या में लोग मौजुद रहे।