कहानी घर घर की
एक बार एक गाँव में एक आदमी रहता था । जिसका नाम टीटू था । उसकी शादी हो चुकी थी और एक छोटा बेटा था । वो बहुत कंजूस किस्म का व्यक्ति था। उसने अपनी पत्नी को छोड़ दिया और बेटा अपने पास रख लिया । कुछ समय पश्यात उसने दूसरी औरत से विवाह कर लिया। वो उसके बेटे मोंटू को बहुत प्यार करती और उसका धयान रखती थी । एक साल बाद उसे भी एक बेटा हुआ उसका प्यार उसके प्रति बढ़ गया और वो मोंटू का जरा भी धयान नहीं रखती थी। वो अपने बेटे को स्कूल में भेजती और उससे घर के सारे काम करवाती और उसे खाना भी बहुत कम देती थी । वो सिन प्रति दिन कमजोर होने लगा । पर तब भी उसे उस पर तरस न आया । उसने एक दिन उस पर चोरी का आरोप लगाया और उसे उसके प8ट के हाथों ही घर से निकलवा दिया । वो रोटा हुआ घर से निकल गया । रास्ते में उसे भूख लगी उसने एक फल वाले से फल मांगे पर उसने बिना पैसे के देने से मन कर दिया । एक अमीर व्यक्ति की गाड़ी वहाँ पर रुक गई उसने लोगो को उसकी गाड़ी को थोड़ा धका देने को कहा पर कोई उसकी मदत करने न गया । मोंटू ने उसकी बात सुनी और उसकी गाड़ी को धक्का देने में मदत करने लगा । उसकी गाड़ी चल पड़ी । उसने गाड़ी को थोड़ा आगे जा कर रोक और उसके बारे में पुश उसने अपनी सारी आप बीती सुनाई ये सुन कर उस अमीर आदमी को बहुत दुःख हुआ और वो मोंटू को अपने साथ ले गया । उसकी पत्नी भी मोंटू को देख कर बहुत खुश थी क्योंकि उनकी कोई औलाद नहीं थी । उन्होंने मोंटू को एक अच्छे स्कूल में पढ़ाया मोंटू बहुत समझदार था। अब वो बड़ा हो गया । उसने अब उस अमीर व्यक्ति का सारा कारोबार संभल लिया। अब उस अमीर व्यक्ति ने उसका विवाह कर दिया । अब वो ख़ुशी से रहने लगा । उसने अपने खुद के कमाये हुए पैसो से उसने एक प्लाट ख़रीदा और वह एक घर बना कर किराये पर दे दिया । उसके घर में एक बेटी हुई । और वो उससे बहुत प्यार करता । और उसकी हर मांग को पूरा करता । और अपनी नयी फॅमिली का धयान रखता ।