पुस्तकों की दुनिया निराली हैं । जो एक बार पुस्तकों की निराली दुनिया में डूब गया वो शायद ही उससे निकलना चाहे। अच्छी पुस्तकों के द्वारा हमारे अंदर छुपे रचनात्मक पहलु को नयी दिशा मिलती हैं। हालाँकि, आजकल डिजिटल युग में, लोग #पुस्तक पढ़ने की अपेक्षा अपना ज्यादा समय ऑनलाइन गेम्स और इंटरनेट की आभासी दुनिया में व्यतीत करना पसंद करते हैं। ये अत्यंत चिंता का विषय हैं क्योंकि अच्छी पुस्तकों में छिपे हुए ज्ञान को जो व्यक्ति आत्मसात कर लेता हैं वो जीवन में पीछे मुड़ कर कभी नहीं देखता है।
"अच्छी पुस्तकें जीवन्त देव-प्रतिमाएँ हैं। उनकी आराधना से तत्काल प्रकाश और उल्लास मिलता है। -पं. श्रीराम शर्मा आचार्य"
परन्तु, यहीं बात आ जाती हैं, अच्छी पुस्तकों के चुनाव की, हम क्या पढ़ रहे हैं, ये बहुत अहम विषय हैं। अच्छी पुस्तकें, हमारे अंदर विवेक जागृत कर जीवन में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करते हैं। वही, भड़काऊ पुस्तकें युवा पाठकों को भटका कर दिग्भर्मित कर सकती हैं। राजनीति, विज्ञान, पर्यावरण चाहे कोई भी विषय हो, आपको हर विषय से सम्बंधित पुस्तकें मिल जाएंगी। रूचि के अनुसार, अध्ययन करने पर आप किसी भी विषय में महारथ हासिल कर सकतें हैं। जीवन में पुस्तकों के महत्व को कभी भी नज़र अंदाज़ नहीं करना चाहिए क्योंकि नजाने कब कौन सी पुस्तक में छिपा विचार आपकी ज़िन्दगी बदल दें!