पेरिस में हाल ही में हुए आतंकी हमले में, कई मासूम लोगों की जानें गयी| फ्रांस इस आतंक के साए से बाहर आने की कोशिश में निरंतर
प्रयासरत है| मातम मानने की बजाय फ्रांस सरकार ने देश के
लोगों को अपनी ज़िन्दगी नॉर्मल रूप से जीने की सलाह दी है| जिससे ज्यादा से ज्यादा लोग, डर के साए से दूर रहकर अपनी ज़िन्दगी को खुशहाल बनायें|
फ्रांस के संस्कृति मंत्री फ्लायेर
पेलेरियन ने इसी बाबत कहा की बबरता को रोकने के लिए हमारी संस्कृति ही सबसे सशक्त
माध्यम है| इसीलिए संगीतकारों को कॉन्सर्ट कभी रोकना
नहीं चाहिए| मातम मानने की बजाय सरकार ने लोगों को
म्यूजिक कॉन्सर्ट में जाने को, रेस्तरां
में खाने-पीने का मज़ा लेने को कहा ताकि ज़िन्दगी अपनी रफ़्तार से चलती रहें| संगीत प्रेमियों ने भी आतंकवादियों के हौसले परास्त करने
के लिए बैताक्लान थिएटर के साथ अपनी यादें साझा की|
पेरिस में हमलों को मद्देनज़र रखते हुए एफिल टावर को तीन दिन के लिए बंद कर दिया गया था| शुक्रवार को हुए इस हमले में मरने वालों को श्रद्धांजलि देने के लिए एफिल टावर की लाइट्स को बंद कर दी गयी थी। सोमवार को जब लाइट्स दोबारा खोली गईं तो इसमें नीली, सफेद और लाल रंग की लाइट्स थीं, जो फ्रांस के झंडे के रंग हैं। ज़िन्दगी के जज्बें को सलाम करने के लिए, आज एफिल टावर को खोल दिया गया है। ऐसा आतंकवाद के खिलाफ एकजुटता दिखाने के लिए किया गया। सच में, डर को परास्त कर निडरतापूर्वक जीना ही ज़िन्दगी का दूसरा नाम है|