shabd-logo

राधा बिना

4 सितम्बर 2021

26 बार देखा गया 26
राधे बिना सब लगे अधूरा 

जगत लगे राधे बिना सुना 

विरह की याद सताए 

हजारो रानिया मुजे न भाए

गोकुल की कुंज गली में 

वृंदावन के रास में 

ढूढे अखियां मेरी तुजे ओ राधे

अब जब तक है स्वास 

तब तक है मन मे विश्वास

तुम बिन ओर कोई नई होगी

अब हमारे दिल के पास 
                                     
Suwarta

Suwarta

क्या बात सुंदर

4 सितम्बर 2021

4
रचनाएँ
मन का मोर
0.0
मन की बात दोस्तो के साथ

किताब पढ़िए

लेख पढ़िए