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दीवानापन (Deewanapan)

दीवानापन (Deewanapan)

मैं इस पुस्तक के माध्यम से कहना चाहता हूं कि प्यार कोई अपराध नहीं है लेकिन कुछ लोग इसका गलत फायदा उठाते हैं। लोग कहते हैं कि आजकल सच्चा प्यार कौन है, लेकिन मैं सभी से पूछना चाहता हूं। क्या आप भी ऐसे हैं जो अपने वादे पर खरे उतर सकते हैं। इस किताब के

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60 common.articles

निःशुल्क

दीवानापन (Deewanapan)

दीवानापन (Deewanapan)

मैं इस पुस्तक के माध्यम से कहना चाहता हूं कि प्यार कोई अपराध नहीं है लेकिन कुछ लोग इसका गलत फायदा उठाते हैं। लोग कहते हैं कि आजकल सच्चा प्यार कौन है, लेकिन मैं सभी से पूछना चाहता हूं। क्या आप भी ऐसे हैं जो अपने वादे पर खरे उतर सकते हैं। इस किताब के

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माँ

8 मई 2022
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माँ बाप ने जन्म दिया बेटे कोलगी अंचल में सुलझाने माँ बेटे कोगीले में सोकर सूखे में सुलाती माँ बेटे कोपेट नहीं भरा होगा फिर पेट भरा माँ बेटे काखुद के तन पर कपडे नहीं लेकिन ढाका माँ बेटे कालगी संजोने सप

दीवाना हो गया

8 मई 2022
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दीवाना अब मै दीवाना हो गयाइस दुनिया को त्याग सब कुछ त्यागाअब तो ये बस ख्वाबों का दीवाना हो गयादेख कर सारा खामयाजा कुछ हो गयाबस हो चूका अब ये "राहुल दीवाना" हो गयासांसों में छिपाकर यादों में लाकरबीते ल

चंदा न मिला

8 मई 2022
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मिल गया चाँद पर चंदा न मिलामिल गया संसार पर कोई अपना न मिलादेखा तो सब कुछ पर कोई सपना न मिलाढूढ़ा तो अपना पर कोई अपना न मिलासोचा जो खवाबों को उसमे रहम न मिलादेखा तो चांदनी को पर चाँद न मिलासोचा तो सूरज

क्यों सो जाऊ

8 मई 2022
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क्यों सो जाऊ क्यों सो जाऊचंदा अभी भी सोया नहींचांदनी संग जग सकता हैतारे संग ही सो सकता हैक्यों सो जाऊ क्यों सो जाऊजब कविवर की कविता सोई नहींचंदा अभी भी जग सकता हैआसमान में खिल सकता हैधरती पर भी वोह छा

दर्द हो जब दिल भरा

8 मई 2022
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दर्द हो जब दिल भराकाँटों की क्या जरुरत हैअगर साथ है दिल अपनातो औरों की क्या जरुरत हैजिस कविता में कवी का रहम होउसमे पेन की क्या जरुरत हैजिस डॉक्टर के दिल में हो भरी दर्दउसको ब्लेड की क्या जरुरत हैअगर

तारीफ

8 मई 2022
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कही भी मै रहू बसमुझे तेरा मुखड़ा नजर अाता हैसोचु मै क्या बसइसे सोचने से होता है क्याजहा कही भी रहू बसतेरी याद मुझे बुलाती हैजब भी तुम्हे सोचु बस तेरा चेहरा सामने आ जाता हैकही पर भी मै चलु बसतेरी य

टहनी

7 मई 2022
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मैं पेड़ की टूटी हुई वोह टहनी हु जो जब गिरता हु तोह खुद पेड़ बन जाता हु ....!!!

छोड़ देंगे नौकरी

6 मई 2022
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बात सही लगे तो हां जी हां जी करना बस यही करने मुझे नौकरी में न आया खुदा की मर्जी अगर हुई तो छोड़ देंगे नौकरी लेकिन जबरदस्ती हा जी हां जी न करेंगे ....

उस पगली की उन यादों में

6 मई 2022
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रातों रात मैं भटका हु उस पगली की उन यादों में जब हम बैठा करते थे घर की छत पर हमेशा कुछ न कुछ ख्वाब देखा करता था रातों रात मैं भटका हु उस पगली की उन यादों में !!

मर्द

6 मई 2022
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मर्दकभी के इस दर्द नेमुझे मर्द बना दियामेरी बर्बादी ही मुझेदे चली है अब गमशायद मैंने अपने सपनों मेंपैर का

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