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रचना --सर्वप्रिय

27 अगस्त 2024

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      पिता से बड़ा कोई नही,
         माता से महान कौन ,
          सेवा करे जो इनकी 
        फिर तीर्थ जाये कौन .
भाई से प्यारा कोई नहीं ,
बहन से पवित्र कौन ,
जो इन्हें समझें अपना 
उससे अच्छा कौन .
 पत्नी सा हमदम कोई नहीं ,
    संतान से प्रिय कौन ,
  साथ निभाए जो इनका 
   फिर उससे सुखी कौन .
गुरु सा पूज्यनीय कोई नहीं ,
मित्र  सा  सखा कौन ,
शीश निभाए जो इनके आगे ,
उससे सच्चा कौन .
       जो सबका साथ निभाए ,,,,
        उससे सर्वप्रिय कौन  ... 
         🙏🌹♥️♥️🌹🙏

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