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रिश्ते

29 मई 2023

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बड़े नाजुक होते हैं रिश्ते,
देर नहीं लगती इन्हें दरकते,
रिश्तों को निभाने वाले होते हैं फरिश्ते।

कभी आने न देना रिश्तों में दरार,
तभी शकुन देगा घर-परिवार,
सुखद स्वर्ग-सा होगा यह संसार।

कटु वाणी और अहंकार का करो त्याग, 
ये दोनों ही लगाते हैं रिश्तों में आग, 
उजाड़ देते हैं प्रेम से सिंचित बाग।

स्वार्थ को रिश्तों के पास न फटकने दो,
निज स्वार्थ में मन को न भटकने दो, 
बरसों के प्रेम को न छिटकने दो, 
रिश्तों को यों न दरकने दो, 
कवि 'सूरज' कहे रिश्तों में प्रेम बरसने दो। 

जिससे जीवन में आनंद की गंगा बहे,
करो जतन ऐसा एक बार बना रिश्ता;कभी न ढहे।
*************************************
#सूरजशर्मामास्टरजी
ग्राम-बिहारीपुरा, जिला-जयपुर, राजस्थान 303702

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