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I am a private teacher, poet, writer, publick thinker, patriot and farmer.

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दैनिक लेखन प्रतियोगिता2023-04-23
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Daily Writing Competition2022-11-19
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Daily Writing Competition2022-10-26

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मेरे मनोभाव

मेरे मनोभाव

मेरी इस पुस्तक में मैंने मेरे भावों को शब्दों में पिरोया है। मैं एक शिक्षक का दायित्व निभाते हुए जीवन में जो अनुभव ले पाया उन्हीं अनुभवों और अहसासों को मैंने यहाँ मेरी रचनाओं में उकेरा है। आशा है आप सभी सुधी पाठकों को मेरा यह प्रयास पंसद आयेगा। कृपया

11 common.readCount
21 common.articles
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ईबुक:

₹ 21/-

मेरे मनोभाव

मेरे मनोभाव

मेरी इस पुस्तक में मैंने मेरे भावों को शब्दों में पिरोया है। मैं एक शिक्षक का दायित्व निभाते हुए जीवन में जो अनुभव ले पाया उन्हीं अनुभवों और अहसासों को मैंने यहाँ मेरी रचनाओं में उकेरा है। आशा है आप सभी सुधी पाठकों को मेरा यह प्रयास पंसद आयेगा। कृपया

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दिल की गहराई से

दिल की गहराई से

एक कवि अपनी कविताओं में अपनी कल्पनाओं,अनुभवों और मनोभावों को शब्दों के रूप में पिरोता है। इस पुस्तक में कवि की उन रचनाओं का समावेश किया गया है जो कि जीवन के विभिन्न पहलुओं को छूती हैं और पाठक के दिलोदिमाग परगहरा प्रभाव डालते हुए उसेउसके लक्ष्य की ओर

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₹ 27/-

दिल की गहराई से

दिल की गहराई से

एक कवि अपनी कविताओं में अपनी कल्पनाओं,अनुभवों और मनोभावों को शब्दों के रूप में पिरोता है। इस पुस्तक में कवि की उन रचनाओं का समावेश किया गया है जो कि जीवन के विभिन्न पहलुओं को छूती हैं और पाठक के दिलोदिमाग परगहरा प्रभाव डालते हुए उसेउसके लक्ष्य की ओर

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मेरी चाहत

20 मई 2024
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आज मैं कुछ कहना चाहता हूँ, मन की बात आपको बताना चाहता हूँ !मैं प्रेम की फसल लहलहाना चाहता हूँ, मैं घृणा की खरपतवार हटाना चाहता हूँ!!पत्थरों की मार सहकर भी, मैं झगड़ा मिटाना चाहता हूँ!इस

मेरी माँ ; मेरा भगवान

12 मई 2024
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हाँ मैंने देखा है भगवान को,मैं रहा हूँ कई साल उसके करीब।यों तो मिलता है यह भगवान सबको;जीवन में अवश्य एकबार। मगर पहचानते हैं इसे वो ही;जिनके अच्छे होते हैं नसीब।। मैं उस भगवान की गोद में खेला

शिक्षा का दीप

1 अगस्त 2023
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देश-धर्म-समाज के हित में, आओ जग में शिक्षा का दीप जलायें। रहे न शिक्षा से कोई वंचित, शिक्षा को सबका अधिकार बनायें। आओ..... मिटा अज्ञान अंधकार जग से, सबको उन्नति की राह दिखायें। दूर कर दारिद्रय सबका, ग

कोई सपना रहे न अधूरा

29 मई 2023
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जनाब दिन ही नहीं ढलता, ढल रहा हूँ मैं भी!ढल रहे हो तुम, और ढल रहा है वक्त भी!न यह थमा हैऔर न थमी है उम्र कभी।पा लो जो पाना चाहते हो,सुंदर सपने जो संजोते हो।कोई सपना रहे न अधूरा,हर मंसूबा कर

श्रेष्ठ आचरण

29 मई 2023
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व्यवहार जग में जो सबको भाता है, श्रेष्ठ आचरण वही कहलाता है। आचरण संस्कारों को दर्शाता है,मानव जीवन का श्रंगार सजाता है।। होते हैं जब उत्तम संस्कार , तो परिवार, कुल, समाज सजता है।सभ

मजदूर

29 मई 2023
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न जाने किस हाड़मांस का बना है मजदूर,सर्दी-गर्मी सब रहती है उससे दूर। रूखा-सूखा खाकर रहता है मगरूर, अपनी ही मस्ती में चूर। दो वक्त की रोटी है उसका सरूर, ना चाहे वाहवाही नहीं होना उस

भौतिकता के इस बदलते दौर में

29 मई 2023
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विषय- #कितना_बदल_गया_इंसान🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏समय का फेर कहो या कुदरत,पूरी तरह बदल गया इंसान। टेर। नहीं बदले जल-थल-समीर,बदल गया इंसान; बेच कर जमीर।माँ-बाप,भाई-बहिन को भूला,रिश्तों की रह

कितना बदल गया इंसान

29 मई 2023
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विषय- #कितना_बदल_गया_इंसान🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏समय का फेर कहो या कुदरत,पूरी तरह बदल गया इंसान। टेर। नहीं बदले जल-थल-समीर,बदल गया इंसान; बेच कर जमीर।माँ-बाप,भाई-बहिन को भूला,रिश्तों की रह

जल है तो कल है

29 मई 2023
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🙏💐कविता-जल है तो कल है🙏💐जल है ईश्वरीय उपहार,संचय करे इसका संसार।जल जीवन का आधार,टिका इसी पर कृषि-व्यापार।जल बिना चलें नहीं कल। जल है तो है कल।। नदियों के जल को स्वच्छ बनायें, व्यर्

माँ मेरी पूजा

29 मई 2023
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माँ मेरी इबादत, माँ ही मेरी पूजा।माँ मेरी सब कुछ,माँ समान कोई न दूजा।। माँ मेरी गुरू, माँ मेरी कल्पतरु। माँ ही मेर

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