परी रोशनी का फोन लेकर अपनी संघर्ष भैया से बात करती है कहती है भैया आपको पता है इस कॉलेज की टीचर बहुत अच्छी है उन्होंने मुझे घूमने के लिए बाजार ले आई है मेरे लिए ढेर सारे खिलौने खरीदी मेरे लिए नए कपड़े भी खरीदे मिठाइयां भी खिलाई और इतना ही नहीं वह हमारी मां भी बन गई है और वह आपकी भी मा बनेगी मैं उन्हें अपनी मां बुला सकती हूं आप भी उन्हें अपनी मां बुलाए टीचर बहुत अच्छी हैं ।
संघर्ष परी की बातें बहुत ख़ामोशी से सुनता है और कहता है मैं तुम्हारी टीचर से जरूर मिलूंगा संघर्ष कि यह बात सुन परी काफी खुश होती है लेकिन संघर्ष काफी घबरा रहा होता है उसे लगता है कहीं परी उससे दूर न चली जाए आखिर यह रोशनी मैंम उसकी लगती क्या है रोशनी के पास हमारी परी की तस्वीर कैसे आई कहीं यह सच में तो नहीं यह परी की मां है अगर ऐसा हुआ तो वह परी को अपने साथ लेकर जाएंगे और मैं अकेला रह जाऊंगा अपनी बहन की बगैर मैं नहीं रह सकता मैं ऐसा नहीं होने दूंगा इस बात का पता कभी नहीं चलने दूंगा की परी हमारी सगी बहन नहीं है किसी को नहीं कभी भी नहीं अपनी मन में बड़बड़ाता है
अब वह यह दिन रात सोचता है यह परी आखिर क्यों नृत्य कॉलेज ही गई
उसे इस बात का डर हमेशा सताता है कि अब परियों से दूर हो जाएगी वह कहता है नहीं मैं अपने परी को किसी दूसरे कॉलेज में दाखिला दिलवाऊंगा उसे कॉलेज में नहीं रहने दूंगा मैं ऐसा करूंगा जरूर करूंगा हां यह ठीक रहेगा
परी जब जब अब संघर्ष को फोन करती है उसमें ज्यादातर बातें वह रोशनी की करती है रोशनी से मिलकर उसे काफी अच्छा लगता है और वह संघर्ष को भी बुलाती है रोशनी से मिलने के लिए पर कोई ना कोई बहाना करके संघर्ष हर बार उससे मिलने की बात टाल देता है एक बार परी रोशनी से कहती है रोशनी मैडम जी आप ही चलिए ना हमारे घर हमारे भैया से मिल लीजिएगा उन्हें बहुत काम होता है इसलिए वह नहीं आ पा रहे हैं चलिए ना परी के बार-बार जीद करने पर रोशनी उसके घर उसके भाई से मिलने जाती है लेकिन जब वह घर पहुंचती है तो संघर्ष घर पर नहीं रहता है वह अपने काम पर कहीं गया होता है रोशनी कहती है चलो अभी मैं जा रही हूं फिर कभी आकर तुम्हारे भैया से मिल लूंगी पर परी करती है नहीं मैंम कुछ देर रुक जाइए हमारे भैया आते ही होंगे रोशनी रुक के इंतजार करती है इंतजार करते-करते शाम हो जाती है शाम होने पर जब संघर्ष अपने घर लौटता है तो अपने परी को देखकर काफी खुश होते है
इधर परी रोशनी को लेकर अपना घर दिखाने के लिए उन्हें घर के अंदर ले आती है कहती है मैं पहले आप मेरा घर देख लीजिए उसके बाद भैया से मिलवाते हैं जब वह घर में जाती है तो वहां पर वह परी की तस्वीर देखती है वह परी की बचपन की तस्वीर थी परी की बचपन की तस्वीर देखकर वह अचंभित रह जाती है क्योंकि वह उसकी परी की तस्वीर रहती है
उसे पूरी तरीके से भरोसा हो जाता है यह उसी की बेटी परी है वह प्यार भरी नजरों से परी को देखते हैं परी का मस्तक चूमती है परी को खूब खिलाती है बहुत लाड प्यार करती है
अब परी रोशनी को अपनी संघर्ष भैया से मिलाती है कहती है यह हमारे संघर्ष भैया और संघर्ष भैया यह हमारी रोशनी मैम
रोशनी ढेर सारी बातें करती है रोशनी से बातें करके संघर्ष को भी काफी अच्छा लगता है
बातों ही बातों में रोशनी साहस करके संघर्ष से पुछती है आप के घर में कौन कौन रहता है संघर्ष बताया मैं और मेरी बहन परी इसके अलावा हमारा इस दुनिया में कोई नहीं फिर रोशनी पुछती है क्या परी आपकी संगी बहन है इस बार भी संघर्ष कहता है है
इसके रोशनी कहती है हमारी भी एक बेटी थी जो 5 साल पहले एक मेले में खो गई थी मैंने बहुत ढूंढा पर वह नहीं मिली लेकिन उसकी एक तस्वीर मेरे पास है तस्वीर दिखाते हुए उसे कहती है और वही तस्वीर आपके घर में भी है मैंन परी से पूछा तो वह कहीं यह हमारी तस्वीर यह कैसे हो सकता है आपकी बहन की तस्वीर मेरे बेटी की तस्वीर से कैसे मिल सकती है
इस बार तो संघर्ष को काफी गुस्सा आ जाता है वह कहता है हमने एक बार कहा ना वह हमारी बहन है सगी बहन उसका नाम परी है उसके बाद वह किसी की बेटी नहीं है सिर्फ हमारी बहन है कृपया करके आप यहां से चली जाइए और फालतू में मेरा दिमाग मत खाइए वैसे भी मैं दिन भर काम करके बहुत थक चुका हू
लेकिन रोशनी बार-बार गिड़गिड़ाती है संघर्ष से कहती है मुझे मालूम है यह हमारी बेटी है प्लीज हमारी बेटी को हमें वापस दे दो आपका बहुत उपकार होगा बेटा भगवान आपको सलामत रखेंगे ढेर सारी खुशियां देंगे प्लीज हमारी बेटी को हमें वापस दे दो मुझे पता है यह हमारी बेटी है आप झूठ बोल रहे हैं 5 सालों में ऐसा कोई दिन नहीं हुआ जब मैं अपनी बेटी को याद नहीं किया और तो और मैं हर बर्थडे पर उसके लिए उपहार भी लाती हूं क्योंकि मुझे भरोसा था मेरी परी जरूर मिलेगी और जब वह आज मिल गई तो आप कहते हैं वह हमारी बेटी है ही नहीं वह सिर्फ आपकी बहन है हमें हमारी बेटी वापस दे दो बेटा
संघर्ष कहता है मैंने कहा नहीं एक बार आपसे यह आपकी बेटी नहीं है यह किसी मेले में मुझे नहीं मिली बल्कि यह मेरी सगी बहन है आप यहां से चली जाइए और कभी हमारी बहन से मत मिलिइगा
रोशनी उदास होकर वहां से चली जाती है और घर जाकर प्रमोद और माधुरी चाची से वह सारी बातें बताती है और कहती है मुझे हर हालत में मेरी बेटी वापस चाहिए और इधर संघर्ष अपनी परी से कहता है तू कभी भी नृत्य कॉलेज अब नहीं जाएगी अपनी रोशनी मैंम से नहीं मिलेगी वादा कर लेकिन परी कहती है क्यों रोशनी मैंम तो बहुत अच्छी है फिर भी आप उनसे मिलने के लिए क्यों मना कर रहे हैं मैं तो मिलुगी उनसे वह तो मेरी मां भी है वह मुझे ढेर सारे खिलौने लाती हैं और तो और वह मेरा बहुत ख्याल रखती हैं परी का यह बात सुन संघर्ष को गुस्सा आ जाता है और वह एक थप्पड़ लगा देता है लेकिन थप्पड़ लगाने के बाद उसे बहुत अफसोस होता है और वह अपने हाथों को गर्म लोहे से जलता है यह देखकर परी आती है और कहती है ठीक है संघर्ष भैया आप रहते हो तो मैं रोशनी बहन से कभी नहीं मिलेगी और अगर वह मुझसे बातें भी करेंगे तो मैं उनसे नहीं करूंगी और तो और मैं कॉलेज भी नहीं जाऊंगी अब तो आप खुश है ना अपने भैया के लिए क्या मैं इतना भी नहीं कर सकती वैसे भी मुझे आपसे प्यार इस दुनिया में कोई नहीं आप ही मेरी दुनिया हो यह कहकर वह मुस्कुराती है उसका मुस्कुराना चेहरा देख संघर्ष भी मुस्कुराता है और दोनों खुश होते हैं
क्रमशः