ये कहानी एक ऐसे परिवार की है जिसको अपने खानदान के लिए एक वारिस के रूप में लड़का चाहिए। उन्हे लड़की पैदा होने से कोई आपत्ति नहीं थी पर अपने खानदान की धरोहर को बचाने की खातिर उन्हे लड़का ही चाहिए था। उस परिवार की इकलौती बहु मां बनने वाली थी और उसके बाद ही खानदान के धरोहर का मालिक नियुक्त किया जाता । क्या नीता लड़के को जन्म देगी या फिर गवां देगी अपने खानदान की धरोहर और जायेंगे उसके सास ससुर ।