घर जाती है और अपने पर्स में अपनी परी की तस्वीर नहीं पाती है तो वह बेचैन हो जाती है वह पूरे घर में ढुढती है पर वह तस्वीर कहीं नहीं मिलती है तो वह प्रमोद से पुछती है क्या आपने मेरे पर्स से परी की तस्वीर निकाली है प्रमोद कहते हैं नहीं मैंने तो नहीं निकाला माधुरी चाची कहती हैं मैंने भी नहीं देखा रोशनी पूरे घर में घर में एक एक जगह परी की तस्वीर ढूंढती है पर वह तस्वीर नहीं मिलती है वह कहती है क्या खुदा यह कैसा आपका न्याय है एक ही तो तस्वीर थी मेरी परी की मेरे पास उसे भी आपने हमसे दूर कर दिया यह आपने अच्छा नहीं किया फिर रोशनी कॉलेज के लिए चली जाती है रोशनी जब कॉलेज में जाती है तो परी दौड़ते हुए रोशनी की पीछे भागती है रोशनी मैंम रोशनी मैंम चिल्लाती हुई उनके पीछे आती है उसकी आवाज सुन रोशनी पीछे मुड़ देखी है और पूछती है क्या हुआ परी बेटा आप इतना क्यों चिल्ला रही हैं परी कहती है मैडम जी कल आपने जब हमें मलहम पट्टी लगाया उस वक्त आपकी पर्स से एक तस्वीर गिर गई वह तस्वीर मेरे पास है वही लौटना है रोशनी कहती है कौन सी तस्वीर लो दिखाओ जब परी रोशनी को उसकी परी की तस्वीर देती है वह बिल्कुल खुश हो जाती है और उसे गोद में ले खेलने लगती है उसके मस्तक को चुमती है और कहती है बेटी तूने तो हमारे परी की तस्वीर हमें दे दी जिसको मैं कल से ढूंढ रही हूं लाख-लाख शुक्र है खुदा तेरा मुझे माफ कर देना मैंने सुबह आप पर गुस्सा किया फिर रोशनी परी से कहती है जाओ बेटा आपकी क्लास शुरू होने वाली है अपने क्लास में जाओ कल्पना मैंम आपकी क्लास लेगी
परी अपनी क्लास में जाती है वहां नृत्य सिखाती है छुट्टी के लिए घंटी बज जाती है सभी बच्चे अपने-अपने घर जाते हैं परी भी हॉस्टल वापस आती है पर वहां कल्पना में सभी बच्चों से कहती हैं कल कॉलेज में एक फंक्शन है उसे फंक्शन में सभी बच्चे अपने मम्मी पापा के साथ आएंगे सभी बच्चे को यह आवाज सुनकर काफी खुशी होती है कि कल उनकी मम्मी पापा के साथ कॉलेज में आना है लेकिन परी को इस बात से काफी तकलीफ होती है क्योंकि उसके पास तो मम्मी पापा है ही नहीं इसका एक ही भाई है वह भी सिर्फ शनिवार को आता है वह सोचती है जाने दो मैं अकेले ही कॉलेज में जाऊंगी अगली सुबह कॉलेज सभी बच्चे अपने माता-पिता के साथ आते हैं लेकिन परी अकेले आती है उसके साथ उसके माता-पिता नहीं होते हैं सारी बच्चे काफी खुश होते हैं लेकिन परी उदास हो एक तरफ बैठी रहती है फंक्शन स्टार्ट होता है की संगीत नाच खुशियों का माहौल रहता है सब लोग इस माहौल का आनंद लेते हुए इस खुशी में पार्टिसिपेट करते हैं इस शुभ अवसर पर कुछ ना कुछ जरूर कहते हैं जब परी की बारी आती है परी को भी मंच पर बुलाया जाता है परी मंच पर आकर सभी बच्चों की तरह अपने हिस्से की पर्ची निकलती है और उसके हिस्से में मां की टॉपिक होती है मां क्या होती है मां पर चार लाइन सुनाईए
जब परी अपनी टॉपिक में मां के बारे में देखती है तो उसकी आंखों में आंसू आ जाता है वह अपने आंसू रोक नहीं पाती है वह भावनाओं में बह जाती है और वह कहती है मैं क्या बोलूं मां के बारे में मेरे पास तो मा ही नहीं है उसका यह शब्द वहां उपस्थित सभी लोगों के हृदय को वेध देता है उसकी यह बात सुनकर रोशनी को ममता जाग उठता है वह दौड़ती हुए मंच भी जाती है परी को गोद में उठाकर कहती है किसने कहा बेटा तुम्हारी मा नहीं है तुम्हारी मां है तुम्हारी मां मैं हूं आज से तू मुझे मां कहना और मैं तुम्हें अपनी बेटी कहूंगी तुम मुझे अपनी मां मानेगी ना यह मां तुझे बहुत प्यार करेगी तुझे कभी एहसास नहीं होगा कि तुम्हारे पास मां नहीं है हम तुम्हारी मां है और कल्पना कहती है परी बेटा हम सब तुम्हारी दोस्त हैं अब बोलो मां के बारे मे
परी डांस करके मन पर कुछ लाइन बोलती है और अंत वाली लाइन में वह कहती है मैंने अपनी मां को नहीं जानना है ना ही उन्हें देखा है लेकिन मैं यह कह सकती हूं कि आप दुनिया की सबसे अच्छी मां है परी किया बात सुन रोशनी भाव खो जाती है और वह कहती है मेरी बेटी भी दुनिया की सबसे अच्छी बेटी है और मेरी बेटी है बिल्कुल परियों की तरह फंक्शन खत्म होता है रोशनी परी को घूमने के लिए बाजार ले जाती है वहां ढेर सारे खिलौने खरीदनी है उसके साथ झूले झूलती है आइसक्रीम खाती है कैंडी फ्लैस्क दिलवाती है परी को यह सब काफी पसंद आता है परी को तो कैंडी फ्लैस्क बहुत पसंद था वह पूछता है रोशनी से मां आपको कैसे पता मुझे कैंडी फ्लैस्क बहुत पसंद है रोशनी रहती है मेरी परी को भी कैंडी फ्लैस्क बहुत पसंद था परी पूछती आपकी परी को भी इसका क्या मतलब रोशनी उसकी सारी बातें विस्तार से बताती है कहती है मेरी भी एक बेटी थी जिसका नाम भी परी था वह बिल्कुल तुम्हारी तरह थी अगर वह होती तो तुम्हारी जैसी ही दिखती उसकी बड़ी-बड़ी आंखें प्यारी प्यारी बातें और शर्त सब तुम्हारे जैसे ही थे लेकिन वह आज से 5 साल पहले कहीं खो गई मैंने बहुत ढूंढा पर वह आज तक नहीं मिली लेकिन वह एक दिन जरूर मिलेगी मेरा मन कहता है यह कह कर वह परी के साथ घूमने लगती है परी के साथ मिल वह बहुत आनंद करती है घूमते घूमती रात हो जाती है परी भी अपने लिए ढेर सारा खिलौना खरीदनी है वह खिलौने खरीद कर काफी खुश रहती है परी कहती है मां मैंने पहली बार इतना सारा खिलौना खरीदा है मेरे संघर्ष भैया बहुत अच्छे हैं वह हमारे लिए ढेर सारे खिलौने लाते हैं मेरा बहुत ख्याल रखते हैं
वह सुबह कहीं काम करने के लिए जाते हैं हमारे लिए खाना बनाते हैं हमारे कपड़े धोते हैं इतना ही नहीं वह हमें अपने हाथों से भी खिलते हैं हमसे कभी लड़ाई नहीं करते और अपने हिस्से की भी सारी चीज हमें दे देते हैं हमारे संघर्ष भैया दुनिया के सबसे अच्छे भैया हैं मेरी संघर्ष भैया से आप मिलेगी
मां रोशनी कहती है हां जरूर तुम्हारे भैया से मिलेगी कब मिलाओगी अपने भैया से रोशनी पूछती है परी कहती इस शनिवार जब भैया आएंगे तो मैं उन्हें रोक लूंगी वह बहुत अच्छे हैं वह रुक जाएंगे फिर आप आकर उनसे मिल लीजिएगा मैं उनको बताऊंगी कि आप मेरी मा है आप उनकी भी मा बनेगी ना क्योंकि उनके पास भी मां नहीं है उनके पास तो बस मैं ही हूं उनकी बहन परी
रोशनी कहती है हां मैं उनकी भी मां बनूंगी वैसे तुम्हारे भैया
दुनिया की सबसे अच्छे भैया है ऐसी बहादुर बच्चे से तो मैं जरूर मिलेगी उन्हें गले लगाऊंगी अपना बेटा बनाऊंगी रोशनी कि यह बात सुन परी खुशी से झूम उठती है और कहती है रोशनी मैंम क्या आप मुझे अपना फोन देंगे मैं अपने भैया से बात करूंगी मुझे मां मील गई उनसे बताऊंगी रोशनी अपना फोन परी को देती है
क्रमशः