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साधु की धुनी "पवित्र विचार"

Aniruddhsinh zala

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साधु की धुनी💎"पवित्र विचार" 🌍🔥🔥🔥🌺💥💎💥💥💦🌹        पावन रखियो हे परमेश्वर                (मेंरे) मन चित वाणी विचार ।   पवित्र संत की धुणी मे ज्यो                फरके नही कोई विकार 🔥🙏💎🌍🌱🔥😍🏵💦💥💎                हे परम पिता परमेश्वर आप सदा मुज पर दयाभाव रखे.        जेसे पवित्र साधु  धुनी धखाकर बेठे होते है, उनकी पवित्र धुनी मै कोई विकार, असत्य प्रवेश ही नही कर पाते, सदा सत्य और परमानंद होता हे, उस प्रकार मेरे हदय मंदीर मे ऐसी धुनी प्रगटा दीजीये की उस धुनी के प्रताप सै मेरे मन, वाणी, चित, वर्तनमे कोइ विकार, असत्य प्रवेश हि न कर शके.                 हे भगवान प्रेमज्योत जलती रहे सदा धरती पर मुज सै मानवसैवा होती रहै. कितनै भी बडे काम क्यु न करु, पर मे तो सदाय मन चित हदय सै आपके ही शरण मै रहु, आपके हि गुणगान करता रहु    "प्रगटा दो ऐसी धुनी मेरे दील मे प्रभु    आचरण मेरा सदा ही शुध्ध रहे प्रभु" 💥💎🙏🌺💦☔🙏🌹🌴☀🔥🙏 

sadhu ki dhuni pavitra vichar quot

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