shabd-logo

common.aboutWriter

common.awards_and_certificates

prize-icon
दैनिक लेखन प्रतियोगिता2022-06-07

common.books_of

common.kelekh

पिता

7 जून 2022
0
0

मैं सातवीं कक्षा में था, आम लड़कों की तरह खेलता, पढ़ता और मस्त रहता था, बहुत मित्र थे मेरे, इस गली से उस गली तक , फिर पूरे शहर तक मैं जहाँभी जाता, लोग मुझे जानते थे , और मैं उन्हें, मन में एक अजीब स

पिता

7 जून 2022
0
0

मैं सातवीं कक्षा में था, आम लड़कों की तरह खेलता, पढ़ता और मस्त रहता था, बहुत मित्र थे मेरे, इस गली से उस गली तक , फिर पूरे शहर तक मैं जहाँभी जाता, लोग मुझे जानते थे , और मैं उन्हें, मन में एक अजीब स

पहचान

5 जून 2022
0
1

आज मेरा पहला उपन्यास छप कर आया है , इसे मैंने पापा को समर्पित किया है , जो हूँ आज उन्हीं की वजह से हूँ। यूँ तो कुछ साल पहले तक मैं उनसेनफरत करता था , उन्हें पापा भी नहीं कहता था , कोशिश करता था कि उ

---

किताब पढ़िए

लेख पढ़िए