shabd-logo

श्री रामचरित मानस अनुसार कलियुग की व्याख्या

hindi articles, stories and books related to shrii raamcrit maans anusaar kliyug kii vyaakhyaa


        कृतजुग त्रेताँ द्वापर पूजा मख अरु जोग।जो गति होइ सो कलि हरि नाम ते पावहिं लोग॥भावार्थ:-सत्ययुग, त्रेता और द्वापर में जो गति पूजा, यज्ञ और योग से प्राप्त होती है, वही गति कल

किताब पढ़िए

लेख पढ़िए