Tafizul Hussain
जो दिखता है उसे लिख लेता हूं
तलाश
तलाश एक ऐसा शब्द है जिसमे जिंदगी का हर राज छिपा है। तलाश को में तलाश रहा हूं हर गली हर मोहल्ले में गुजर रहा हूं कहीं मिल जाए तो पूछ लुंगा उसे इस उम्मीद के साथ जि रहा हूं
तलाश
तलाश एक ऐसा शब्द है जिसमे जिंदगी का हर राज छिपा है। तलाश को में तलाश रहा हूं हर गली हर मोहल्ले में गुजर रहा हूं कहीं मिल जाए तो पूछ लुंगा उसे इस उम्मीद के साथ जि रहा हूं
जिन्दगी के तलाश में
हमारे जिंदगी में अक्सर कुछ ना कुछ बदलाव होते रहते हैं। इस बदलाव को लेकर हमारी ये पेशकश जो आपको पसंद आएगी में सायद बदल गया हूं या जमाने में परिवर्तन आया है कलतक में खुद को तलाश रहा था आज जमाने को तलाश रहा हूं यहां सबकुछ तो पहले जेसा है फिर परिवर्तन
जिन्दगी के तलाश में
हमारे जिंदगी में अक्सर कुछ ना कुछ बदलाव होते रहते हैं। इस बदलाव को लेकर हमारी ये पेशकश जो आपको पसंद आएगी में सायद बदल गया हूं या जमाने में परिवर्तन आया है कलतक में खुद को तलाश रहा था आज जमाने को तलाश रहा हूं यहां सबकुछ तो पहले जेसा है फिर परिवर्तन
हिसाब-किताब
क्या पाया क्या खोया हिसाब-किताब किसके पास है निरंतर चलते रहना हर हाल में खुश रहना जिन्दगी का आधार है तु अकेला ही नहीं इस सफर में सदियों से चली आ रही है ये कारवां हर किसी को यहां जिंदगी का तलाश है दर दर भटकते रहे लाखों यहां एक मुसाफिर तु भी है यहां
हिसाब-किताब
क्या पाया क्या खोया हिसाब-किताब किसके पास है निरंतर चलते रहना हर हाल में खुश रहना जिन्दगी का आधार है तु अकेला ही नहीं इस सफर में सदियों से चली आ रही है ये कारवां हर किसी को यहां जिंदगी का तलाश है दर दर भटकते रहे लाखों यहां एक मुसाफिर तु भी है यहां
सत्य वचन
जिन्दगी के सफ़र में दुःख का आना जाना आम बात है। जो गुज़र गया उसे भुलाकर आगे बढ़ने का नाम जिंदगी है। हर रोज हर पल यहां कुछ खास होता है। उस खास को समझना और आगे बढ़ते रहना हि जिंदगी का फलसफा है। पाना खोना तो यहां साधारण है। हमने समाज को क्या दिया ये खास
सत्य वचन
जिन्दगी के सफ़र में दुःख का आना जाना आम बात है। जो गुज़र गया उसे भुलाकर आगे बढ़ने का नाम जिंदगी है। हर रोज हर पल यहां कुछ खास होता है। उस खास को समझना और आगे बढ़ते रहना हि जिंदगी का फलसफा है। पाना खोना तो यहां साधारण है। हमने समाज को क्या दिया ये खास
चलो फिर से मुस्कुराएं
आसान नहीं है चलो मिलकर कुछ कदम और चल जाएं चाहे जितना भी ग़म क्यू ना आए जि भरकर चलो मुस्कुराए
चलो फिर से मुस्कुराएं
आसान नहीं है चलो मिलकर कुछ कदम और चल जाएं चाहे जितना भी ग़म क्यू ना आए जि भरकर चलो मुस्कुराए
मेरी हकीकत
मैं जो कल था मैं आज भी हूं मैं आसमान में टिमटिमाते सितारे जमीन में खिलता गुलाब भी हूं जिन्दगी को तलाशता एक कारवां भी हूं पहचान नहीं है मेरा फिर भी एक अरमान हूं मैं झरने में बहता पानी हूं समन्दर से मिलने का एक सपना हूं जो कभी नहीं बदलता एक हकीकत भ
मेरी हकीकत
मैं जो कल था मैं आज भी हूं मैं आसमान में टिमटिमाते सितारे जमीन में खिलता गुलाब भी हूं जिन्दगी को तलाशता एक कारवां भी हूं पहचान नहीं है मेरा फिर भी एक अरमान हूं मैं झरने में बहता पानी हूं समन्दर से मिलने का एक सपना हूं जो कभी नहीं बदलता एक हकीकत भ