मैं जो कल था मैं आज भी हूं मैं आसमान में टिमटिमाते सितारे जमीन में खिलता गुलाब भी हूं जिन्दगी को तलाशता एक कारवां भी हूं पहचान नहीं है मेरा फिर भी एक अरमान हूं मैं झरने में बहता पानी हूं समन्दर से मिलने का एक सपना हूं जो कभी नहीं बदलता एक हकीकत भी हूं हर रंग में हर रुप में दिखता एक आकार हूं किसी के उठो पे हंसी तो किसी आंख का पानी हूं मैं कभी ना हारने वाला जज्बा हूं कुदरत का अनमोल एक सपना भी हूं