27 जुलाई 2022
नहीं शक कि तुम हो मुहब्बत हमारी। मुहब्बत से बढ़कर हो आदत हमारी।।हवा की ज़रूरत है सांसों को जैसे। इसी तरह तुम हो ज़रूरत हमारी।।लकीरों में हाथों की चेहरा तुम्हारा। तुम्ही से है मंसूब किसम