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कुरुक्षेत्र

7 नवम्बर 2022

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                        वीर अभिमन्यु वध

करुक्षेत्र में कौरवों और पाण्डवों में भीषण युद्ध चल रहा था। उस दिन सुबह जब सभी योद्धा और सेनायें कुरुक्षेत्र के लिए प्रस्थान कर रहीं थीं तो अभिमन्यु भी अपनी सेना के साथ तैयार हुए जाने से पहले अभिमन्यु ने सभी बड़े लोगों का आशीर्वाद लिया।

                              पंक्तियां 


               वो हुआ प्रभात कुछ इस प्रकार। 
               रण में था गर्जन था हुंकार ।। 
               पाण्डव सोंचे यह बार - बार। 
             किस योद्धा के होगें प्राण न्योछार ||

 Dr.Jyoti Maheshwari

Dr.Jyoti Maheshwari

अच्छा लिखा है।

20 जनवरी 2023

3
रचनाएँ
'सूर्यास्त' वीर अभिमन्यु वध
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प्रिय पाठकों वीर अभिमन्यु वध एक चम्पू काव्य है। जिसमें गद्य और पद्य दोनों तरह से लिखा गया है। आप इसे एक बार जरूर पढें। और अपनी टिप्पणी जरूर करें। जिससे हमें यह पता चल सके। आप ने मेरी किताब वीर अभिमन्यु वध को कितना पसंद किया। धन्यवाद 🙏🙏🙏🙏🙏🙏

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