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Dr.Jyoti Maheshwari के बारे में

Teaching

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Dr.Jyoti Maheshwari की पुस्तकें
अपनो से अपनी बात

अपनो से अपनी बात

यह मेरा दैनिक लेखों का संग्रह हैं। रोज जो,लेख लिखूंगी वह इसमें संग्रहित कर रही हूं।

40 पाठक
16 रचनाएँ

निःशुल्क

अपनो से अपनी बात

अपनो से अपनी बात

यह मेरा दैनिक लेखों का संग्रह हैं। रोज जो,लेख लिखूंगी वह इसमें संग्रहित कर रही हूं।

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मेरे दैनिक लेख

मेरे दैनिक लेख

मेरे दैनिक लेख जो मैं रोज लिखती हूं इस किताब में संग्रहित कर रही हूं। आशा है आपको पसंद आएंगे। कुछ कोशिश की है कहने की। कुछ कोशिश की है समझने की।

34 पाठक
20 रचनाएँ

निःशुल्क

मेरे दैनिक लेख

मेरे दैनिक लेख

मेरे दैनिक लेख जो मैं रोज लिखती हूं इस किताब में संग्रहित कर रही हूं। आशा है आपको पसंद आएंगे। कुछ कोशिश की है कहने की। कुछ कोशिश की है समझने की।

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मेरी दैनंदिनी

मेरी दैनंदिनी

लिखना मेरा पैशन है। मुझे लिखना पसंद है इसलिए लिखती हूं। लिखना मेरी पहचान है। मेरे दैनिक लेख मैं इस किताब में संग्रहित करूंगी।

32 पाठक
0 रचनाएँ

निःशुल्क

मेरी दैनंदिनी

मेरी दैनंदिनी

लिखना मेरा पैशन है। मुझे लिखना पसंद है इसलिए लिखती हूं। लिखना मेरी पहचान है। मेरे दैनिक लेख मैं इस किताब में संग्रहित करूंगी।

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Jyotimaheshwari की डायरी

Jyotimaheshwari की डायरी

फुर्सत के कुछ पलों में अपने आप को व्यक्त करने का माध्यम है यह। जिंदगी के कुछ अनदेखे अनकहे शब्दों को अभिव्यक्त करने का माध्यम है यह। जब आप बहुत खुश होते हैं या बहुत दुखी होते हैं तो अपने आप से बात करने का माध्यम है यह। समाज में हो रही उथल-पुथल का आपके

5 पाठक
24 रचनाएँ
1 लोगों ने खरीदा

ईबुक:

₹ 45/-

Jyotimaheshwari की डायरी

Jyotimaheshwari की डायरी

फुर्सत के कुछ पलों में अपने आप को व्यक्त करने का माध्यम है यह। जिंदगी के कुछ अनदेखे अनकहे शब्दों को अभिव्यक्त करने का माध्यम है यह। जब आप बहुत खुश होते हैं या बहुत दुखी होते हैं तो अपने आप से बात करने का माध्यम है यह। समाज में हो रही उथल-पुथल का आपके

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मेरे कुछ कहे अनकहे गीत

मेरे कुछ कहे अनकहे गीत

यह किताब मेरे गीतों का संग्रह है। जो मैंने अपने आप को व्यक्त करने के लिए लिखें है। शब्दों को, दैनिक समस्याओं को व्यक्त करती यह रचना मैं आपके सामने प्रस्तुत कर रही हूं। मैं चाहती हूं कि आप इसकी समीक्षा लिखें।

2 पाठक
10 रचनाएँ
2 लोगों ने खरीदा

ईबुक:

₹ 18/-

मेरे कुछ कहे अनकहे गीत

मेरे कुछ कहे अनकहे गीत

यह किताब मेरे गीतों का संग्रह है। जो मैंने अपने आप को व्यक्त करने के लिए लिखें है। शब्दों को, दैनिक समस्याओं को व्यक्त करती यह रचना मैं आपके सामने प्रस्तुत कर रही हूं। मैं चाहती हूं कि आप इसकी समीक्षा लिखें।

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आज के युग में गीता दर्शन की प्रासंगिकता

आज के युग में गीता दर्शन की प्रासंगिकता

यह किताब गीता दर्शन पर आधारित है। आज के युग में गीता दर्शन की प्रासंगिकता एक ऐसा विषय है जो हमें सोचने पर मजबूर करता है की गीता केबल महाभारत के युद्ध क्षेत्र का वर्णन नहीं है, अर्जुन और कृष्ण के मध्य संवाद नहीं है बल्कि युद्ध क्षेत्र में अर्जुन के मन

0 पाठक
9 रचनाएँ

निःशुल्क

आज के युग में गीता दर्शन की प्रासंगिकता

आज के युग में गीता दर्शन की प्रासंगिकता

यह किताब गीता दर्शन पर आधारित है। आज के युग में गीता दर्शन की प्रासंगिकता एक ऐसा विषय है जो हमें सोचने पर मजबूर करता है की गीता केबल महाभारत के युद्ध क्षेत्र का वर्णन नहीं है, अर्जुन और कृष्ण के मध्य संवाद नहीं है बल्कि युद्ध क्षेत्र में अर्जुन के मन

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