प्रिय पाठको हमारी पुस्तक 'मन कि मुंडेर पर', एक काव्य संग्रह है। जिसमें मन कि मुंडेर पर समेत अन्य कवितायें भी हैं। मन कि मुंडेर पर काव्य संग्रह में किसी मात्रा या मीटर की कोई पाबन्दी नहीं है। इसमें सिर्फ मेरे अन्तर मन में आईं हुयीं बातों को काव्य का रूप दे दिया है। जिसमें हिन्दी के तत्सम तद्भव एवं ऊर्दू शब्दों का भी प्रयोग किया गया है। मैं आशा करता हूँ कि आप को हमारी कवितायें पसन्द आयेंगी आपका बहुत - बहुत आभार।
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