केदारनाथ आपदा की पूरी घटना:-
16 June 2013, सुबह से देश के सभी न्यूज चैनलों पर एक ही खबर चल रही थी। और वो थी केदारनाथ में मची भीषण तबाही की, जो कि आने वाली भीषण त्रासदी कि बस एक शुरुआत थी। उत्तराखंड में पिछले 24 घंटे से भरी बारिश हो रही थी जिससे मंदाकिनी नदी ने अपना रौद्र रूप धारण कर लिया था। भयानक गर्जना के साथ आगे बढ़ती हुई नदी अपने रास्ते में आने वाली हर चीज को तबाह कर रही थी। केदारनाथ यात्रा के तीर्थ यात्री अपनी जगहों पर फंसे हुए थे। सड़कें टूट गई थी, पुल बह गए थे और सैंकड़ों मकान और गाडियां ताश के पत्तों की तरह नदी में बह रहे थे। हजारों लोग केदारधाम में फंसे हुए थे और अपनी जान बचाने के लिए भाग रहे थे। स्तिथि बद से बदतर होती जा रही थी। शायद उत्तराखंड के इतिहास की सबसे भयावह त्रासदी ने दस्तक दे दी थी।
ना जाने कितने लोगो की लाशे नदी में बह रही थी और कितनी ही मलबे में दबी पड़ी थी। बचे हुए लोग अपनी जान बचाने के लिए संघर्ष कर रहे थे।