भारत दुनिया की सबसे पुरानी जीवित सभ्यता है। भारतीय भूमि आरंभ से ही अविष्कारों की भूमि रही है और गर्व करने के लिए हम भारतीयों के पास बहुत सी खोज हैं। आइये जानते है की भारत ने दुनिया को क्या दिया |
तक्षशिला - पहला विश्वविद्यालय ( Takshashila - World's First University)
लगभग 700 ईसा पूर्व, भारत के उत्तर-पश्चिमी क्षेत्र(वर्तमान पाकिस्तान) के तक्षशिला में एक विशाल विश्वविद्यालय मौजूद था। विश्वविद्यालय विशेष रूप से विज्ञान, चिकित्सा और कलाओं के लिए प्रसिद्ध था। इसमें 300 हॉल, प्रयोगशालाएं, एक पुस्तकालय और खगोलीय अनुसंधान के लिए एक विशाल वेधशाला भी थी। कहा जाता है कि इसमें 10,000 छात्र और 200 अध्यापक थे। यहां पढ़ने वाले प्रसिद्ध विद्वानों में चरक, पणिणी, चाणक्य और चंद्रगुप्त मौर्य जैसे महान शामिल है।
यह विश्व का पहला विश्वविद्यालय था।
शून्य (Zer0)
शून्य की खोज मनुष्य की सबसे बड़ी खोज है। यह कहना गलत नहीं होगा गणित में शून्य का आविष्कार क्रांतिकारी था। 628 ई में एक विद्वान और गणितज्ञ ब्रह्मगुप्त ने पहली बार शून्य और उसके संचालन को परिभाषित किया और इसके लिए एक प्रतीक विकसित किया जो संख्याओं के नीचे एक बिंदु था। उन्होंने शून्य का उपयोग करके गणितीय जोड़ और घटाव के लिए नियम भी लिखे थे। फिर महान गणितज्ञ और एक खगोलशास्त्री आर्यभट्ट ने दशमलव प्रणाली में सर्वप्रथम शून्य का उपयोग किया।
शतरंज (Chess)
6 वीं शताब्दी से पहले, भारत में इस खेल की उत्पत्ति हुई थी। भारत से, यह खेल पर्शिया में फैल गया।
जब अरबों ने पर्शिया पर विजय प्राप्त की, तो शतरंज मुस्लिमों द्वारा ले लिया गया और बाद में यह दक्षिणी यूरोप में फैल गया।
आयुर्वेद (Ayurveda)
सुश्रुत संहिता में महर्षि सुश्रुत ने लिखा है कि आयुर्वेद के हिंदू देवता धन्वंतरी ने वाराणसी के राजा के रूप में अवतार लिया और सुश्रुत सहित चिकित्सकों के एक समूह को आयुर्वेद सिखाया। आधुनिक आयुर्वेदिक स्रोतों के अनुसार, आयुर्वेद की उत्पत्ति 6000 ईसा पूर्व हुई थी। आयुर्वेद का उलेख अथर्ववेद में भी आता है , जिसमें 114 मंत्र हैं जिन्हें कई रोगों के लिए जादुई इलाज बताया गया है।
मोतियाबिंद सर्जरी (Cataract Surgery)
मोतियाबिंद सर्जरी को सबसे पहले प्राचीन भारत में महर्षि सुश्रुत ने अंजाम दिया था। मोतियाबिंद को आंख से बाहर निकालने के लिए घुमावदार सुई का उपयोग किया गया था।
बाद में आंख को गर्म पानी से साफ करके पट्टी बांध दी जाती थी। इस विधि के सफल होने के बाद, महर्षि सुश्रुत ने इन विधियों को बाद में उन्होंने पूरे विश्व में फैला दिया।
योग (Yoga)
आज पूरा विश्व योग से अपरिचित नही है। 5,000 साल पहले उत्तरी भारत में सिंधु-सरस्वती सभ्यता द्वारा योग विकसित किया गया था। योग शब्द का उल्लेख सबसे पहले सबसे पुराने पवित्र ग्रंथ, ऋग्वेद में किया गया था। योग सूक्ष्म विज्ञान पर आधारित आध्यात्मिक प्रक्रिया है, जो मन और शरीर के बीच नियंत्रण लाने पर केंद्रित है।
त्रिकोणमिती(Trigonometery)
त्रिकोणमितीय कार्य भारतीय खगोल विज्ञान में उत्पन्न हुए। तीसरी या चौथी शताब्दी के खगोलीय ग्रंथों में पहले विकसित किए गए थे लेकिन बाद में आर्यभट्ट द्वारा उन्हें 5 वीं शताब्दी के अंत में विस्तार से वर्णित किया गया। इसके बाद 6वीं शताब्दी के खगोलशास्त्री वराहमिहिर ने कुछ बुनियादी त्रिकोणमितीय सूत्रों की खोज की।
भारत द्वारा विश्व को दिए योगदान की सूची यही समाप्त नही होती,
कपड़ों के बटन का आविष्कार करने वाले भी पहले भारतीय ही थे।
सांप और सीढ़ी का प्रसिद्ध खेल मोक्षपट नामक एक भारतीय खेल का रूप है।
सर्वप्रथम भास्कराचार्य ने ही सूर्य की परिक्रमा करने के लिए पृथ्वी द्वारा लिए गए समय की सही गणना की थी।