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क्या रहा पास मेरे

17 नवम्बर 2021

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जब वो थे पास मेरे 

अंदर थे ज़ज्बात मेरे। 

जब से वो दूर हुए 

पत्थर हुए एहसास मेरे। 

जिन्होंने बीच भँवर में छोड़ा 

वो कुछ लोग थे खास मेरे। 

उनसे कुछ उम्मीदें थी

अब टूट गए  एहसास मेरे। 

दोस्ती टूटी, रिश्ते छूटे, तुम नहीं हो 

अब क्या  रहा पास मेरे। 


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