शीर्षक: एक पुराना रिश्ता
वो पुल बह गया आज तेज बारिश में।
जो जोड़ता था तेरे शहर को मेरे शहर से।
या मुझे को तुमसे जोड़ कर रखता था ।
जो जोड़ता था एक रिश्ते को दुसरे रिश्ते से ।
जो जोड़ता था एक विचार को दूसरे विचार से ।
जो जोड़ता था एक एहसास को दुसरे एहसास से।
वो एक पुल जो दूरियां कम कर देता था ।
उसी पुल पर एक पुराना रिश्ता टूट गया ।
उसी पुल पर एक हाथ से हाथ छूट गया।
शायद झूठ बोलते है लोग की पुल जोड़ता है।
वक़्त मिले तो आ कर देखना कभी।
वो पुल बह गया आज तेज बारिश में।