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एक पुराना रिश्ता

17 नवम्बर 2021

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    शीर्षक: एक पुराना रिश्ता 

वो पुल बह गया आज तेज बारिश में। 

जो जोड़ता था तेरे शहर को मेरे शहर से। 

या मुझे को तुमसे जोड़ कर रखता था ।

जो जोड़ता था एक रिश्ते को दुसरे रिश्ते से ।

जो जोड़ता था एक विचार को दूसरे विचार से ।

जो जोड़ता था एक एहसास को दुसरे एहसास से। 

वो एक पुल जो दूरियां कम कर देता था ।

उसी पुल पर एक पुराना रिश्ता टूट गया ।

उसी पुल पर एक हाथ से हाथ छूट गया। 

शायद झूठ बोलते है लोग की पुल जोड़ता है। 

वक़्त मिले तो आ कर देखना कभी। 

वो पुल बह गया आज तेज बारिश में। 


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