ये आर्यावर्त भारत हमारा महान है
दुनिया में जिसकी निराली पहचान है,
ये आर्यावर्त भारत हमारा महान है।
वेदों का जिसने दिया ज्ञान सबको,
बनाया था जिसने आर्य महान हमको।
फैलाई थी सुदूर हर विद्या की शान है।
ये आर्यावर्त भारत हमारा महान है।।
दुनिया की जितनी प्राचीन संस्कृति है,
यशोगाथा भारती की गाते न थकती है।
बसा सारे विश्व में भारत का सम्मान है।
ये आर्यावर्त भारत हमारा महान है।।
अंको का दुनिया को भान हमने कराया,
सारा खगोल और था ज्योतिष समझाया।
हर जटिलता का हल वैदिक आसान है।
ये आर्यावर्त भारत हमारा महान है।।
सृष्टि के रहस्यों से पर्दा उठाया,
परा प्रकृति का हर सिद्धांत बताया।
जहां शास्त्रों में सब छिपा ये विज्ञान है।
ये आर्यावर्त भारत हमारा महान है।।
परमाणु का सिद्धांत रखा सबके सम्मुख,
वैज्ञानिक ऋषियों में थे ‘कणाद’ प्रमुख।
जिनके सूत्र सारे विश्व में प्रधान हैं।
ये आर्यावर्त भारत हमारा महान है।।
योग और चिकित्सा के मूल यहां थे,
इतने ज्ञान के स्रोत और कहां थे।
जिसने सारे विश्व को दिया ज्ञान-दान है।
ये आर्यावर्त भारत हमारा महान है।।
मनुष्य को विधि का दिया पाठ पहला,
हर कानून पर है जो नहले पे दहला।
मानवता का ‘मनु’ ने दिया हर सम्मान है।
ये आर्यावर्त भारत हमारा महान है।।
कष्टों को सह कर भी धीरज न छोड़ा,
मर्यादाओं के पालन से कभी मुंह न मोड़ा।
दुनिया ने माना वो ‘राम’ भगवान हैं।
ये आर्यावर्त भारत हमारा महान है।।
राजनीति को जिसने दिया मोड़ नया,
महाभारत का नायक वो कृष्ण कन्हैया।
दुनिया में जिसके ज्ञान गीता की शान है।
ये आर्यावर्त भारत हमारा महान है।।
सत्य-अहिंसा का था प्रकाश फैलाया,
शांति का परचम जहाॅं में फहराया।
बुद्ध के संदेशों पर झुकता जहान है।
ये आर्यावर्त भारत हमारा महान है।।
चाणक्य की चतुराई, जहां काम आई,
नए साम्राज्य की थी नींव लगाई।
जिसने कभी जीवन में नहीं ली थकान है।
ये आर्यावर्त भारत हमारा महान है।।
त्याग-बलिदान जहां सहजता के भाव है,
शौर्य-वीरता का जहां सर्वस्व प्रभाव है।
जिसकी कथा कहता हर कण हर मैदान है।
ये आर्यावर्त भारत हमारा महान है।।
- जगदीश यायावर, लाडनूं।