कृष्णभजि,कृष्णरचि,कृष्णजपिप्यारे। कृष्णनामनावजानेंसंतदुष्टतारे।।------(स्थाई) परमब्रह्मनामकृष्ण,कृष्णजगदीसजान। निरंकार,रूपवान,अगम,गम्यपहिचान।। आत्माकोखींचेऐसौपरमशक्तितत्वमान। नेतिनेतिवेदकहें,ग्यानीधरिपामेंध्यान।। जपिजपिनामजाकौसंतमुनिहारे---------1 सृष्टिरचैब्रह्माश्रीकृष्णकौइसारौपाय। कृष्णनिजमायादेंसृष्टिबीचफैलाय।। मायाहैप्रबलजगजीवलेभरमाय । श्रीकृष्णनामजपिजीवभवपारजाय।। पैदाकरिपारैकृष्णकृष्णजानेंमारे------------------2 कृषणहैअथाहग्यान,कृष्णजानिचारवेद। मायाकेप्रभावकोईजीवनहींपाबैऊेद।। कारेकृष्ण,लालकृष्ण,कृष्णहरेऔरसफेद। ग्यानपाइगायानीदानेंकृष्णकेअनौखेछेद।। सच्चौग्यानपायौबाकेकृय्णदुखटारे-------3 देव,दैत्य,नाग,नरकृष्णहैंसलौनेश्याम। प्रेमकृष्ण,कर्मकृष्ण,धर्मकौहैकृष्णनाम।। कृष्णकोहीसोंपिकरोरातदिनजोभीकाम। सबतजिकृष्णभजि,कृष्णदिंगेनिजधाम।। गिरिरादकेहैंप्यारेकृष्णरखबारे-----------4