आम एक औषधि भी है
स्वाद ही नहीं सेहत का भी राजा है आम, खाने से होते हैं जबरदस्त लाभ
चिलचिलाती गर्मी के बीच आम की खुशबु भला किसे अच्छी नहीं लगती होगी। गर्मियों का मौसम बिना आम के सेवन के अधूरा माना जाता है। खट्टे-मीठे स्वाद से भरपूर आम को फलों का राजा कहा जाता है। आम स्वादिष्ट होने के साथ-साथ सेहत के लिए भी काफी फायदेमंद माना जाता है।
चिलचिलाती गर्मी के बीच आम की खुशबु भला किसे अच्छी नहीं लगती होगी। गर्मियों का मौसम बिना आम के सेवन के अधूरा माना जाता है। शायद ही कोई ऐसा मिलेगा जो इस तपती गर्मी में आम खाने से मना करेगा। खट्टे-मीठे स्वाद से भरपूर आम को फलों का राजा कहा जाता है क्योंकि इसका इस्तेमाल कई तरह से जैसे सब्जी, चटनी, जूस, टॉफी, अचार, शेक, आम पापड़ बनाने के लिए किया जाता है। आपको यह जानकार हैरानी होगी कि सिर्फ भारत में ही आम की 12 किस्में पायी जाती है जो पूरी दुनिया में काफी मशहूर है। आम स्वादिष्ट होने के साथ-साथ सेहत के लिए भी काफी फायदेमंद माना जाता है। चलिए जानते हैं आम के इन फायदों के बारे में-
- आम में एंटीऑक्सीडेंट मौजूद होता है। यह एंटीऑक्सीडेंट हमारे शरीर को कोलोन, ल्यूकेमिया और प्रोस्टेट कैंसर से बचाने में मदद करता है।
- आम जैसे रंगीन फल ज़ेक्सैन्थिन एंटीऑक्सिडेंट का अच्छा स्रोत हैं। ज़ेक्सैन्थिन एंटीऑक्सिडेंट हानिकारक नीली किरणों को फ़िल्टर करके हमारी आंखों की रक्षा करते हैं।
- आम खाने से हमारी त्वचा को काफी फायदे मिलते हैं। इसका सेवन करने से हमारी त्वचा में तेल का उत्पादन कम हो जाता है, इसकी वजह गर्मियों में स्किन चिपचिपी लगनी बंद हो जाती है। इसके अलावा आम त्वचा की मरम्मत का भी काम करता है।
- आम बीटा-कैरोटीन का एक अच्छा स्रोत है इसके साथ यह फाइबर और पोटेशियम से भी भरपूर होता है। यह सब पोषक तत्व हृदय रोग को रोकने में मदद करते हैं।
- आम में प्रोटीन तोड़ने वाले एंजाइम्स मौजूद होते हैं जिनकी वजह से खाना आसानी से पच जाता है। इसका सेवन करने से पाचन तंत्र सही ढंग से काम करता है।
- आम कब्ज में भी काफी फायदेमंद होता है। यह फाइबर और पानी से भरपूर होता है जो कब्ज को रोकने में मदद करते हैं।
- आम बीटा-कैरोटीन और विटामिन सी से भरपूर होता है। यह दोनों ही पोषक तत्व इम्युनिटी को मजबूत करने में अहम भूमिका निभाते हैं।
- आम में विटामिन सी, विटामिन ए और पॉलीफेनोल एंटीऑक्सीडेंट मौजूद होते हैं जो बालों के विकास में मदद करते हैं।
- आम विटामिन ई, आयरन, फोलेट जैसे जरुरी पोषक तत्वों से भरपूर होता है। यह पोषक तत्व बेहतर यौन प्रदर्शन के लिए जरुरी माने जाते हैं। आम का नियमित सेवन करने से कामेच्छा भी बढ़ती है।
कैंसर से बचाव
आम में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट कोलोन कैंसर, ल्यूकेमिया और प्रोस्टेट कैंसर से बचाव में फायदेमंद है। इसमें क्यूर्सेटिन, एस्ट्रागालिन और फिसेटिन जैसे ऐसे कई तत्व होते हैं जो कैंसर से बचाव करने में मददगार होते हैं।
आंखें रहती हैं चमकदार
आम में विटामिन ए भरपूर होता है, जो आंखों के लिए वरदान है। इससे आंखों की रौशनी बनी रहती है।
कोलेस्ट्रॉल नियमित रखने में
आम में फाइबर और विटामिन सी खूब होता है। इससे बैड कोलेस्ट्रॉल संतुलन बनाने में मदद मिलती है।
त्वचा के लिए है फायदेमंद
आम के गुदे का पैक लगाने या फिर उसे चेहरे पर मलने से चेहरे पर निखार आता है और विटामिन सी संक्रमण से भी बचाव करता है।
पाचन क्रिया को ठीक रखने में
आम में ऐसे कई एंजाइम्स होते हैं जो प्रोटीन को तोड़ने का काम करते हैं। इससे भोजन जल्दी पच जाता है। साथ ही इसमें उपस्थित साइर्टिक एसिड, टरटैरिक एसिड शरीर के भीतर क्षारीय तत्वों को संतुलित बनाए रखता है।
मोटापा कम करने में
मोटापा कम करने के लिए भी आम एक अच्छा उपाय है। आम की गुठली में मौजूद रेशे शरीर की अतिरिक्त चर्बी को कम करने में बहुत फायदेमंद होते हैं। आम खाने के बाद भूख कम लगती है, जिससे ओवर ईटिंग का खतरा कम हो जाता है।
रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में
आम खाने से शरीर की रोग-प्रतिरोधक क्षमता में भी इजाफा होता है।
सेक्स क्षमता बढ़ाने में
आम में विटामिन ई अधिक पाया जाता है और इससे सेक्स क्षमता बढ़ती है। साथ ही ये पौरुष बढाने वाला फल भी माना गया है।
स्मरण शक्ति में मददगार
जिन लोगों को भूलने की बीमारी हो उन्हें आम का सेवन करना चाहिए। इसमें पाया जाने वाला ग्लूटामिन एसिड नामक एक तत्व स्मरण शक्ति को बढ़ाने में उत्प्रेरक की तरह काम करता है। साथ ही इससे रक्त कोशिकाएं भी सक्रिय होती हैं। इसीलिए गर्भवती महिलाओं को आम खाने की सलाह दी जाती है।
गर्मी से बचाव
गर्मियों में अगर आपको दोपहर में घर से बाहर निकलना है तो एक गिलास आम का पना पीकर निकलिए। न तो आपको धूप लगेगी और न ही लू। आम का पना शरीर में पानी के स्तर को संतुलित बनाए रखता है।
सुखी खासी
पके आम को गर्म राख में भूनकर खाने से सुखी खासी ख़त्म हो जाती है। यह प्रयोग खासी ठीक होने तक कर सकते है इसका कोई नुकसान नहीं है।
भूक ना लगना
आम के रस में 1 ग्राम सेंधानमक तथा थोड़ी सी चीनी मिलाकर पिने से भूक बढती है।
खून की कमी
गिलास देसी गाय का दूध और एक कप आम का रस मिक्स करके उसमे एक चम्मच शहद मिलाकर नियमित रूप से सुबह शाम पिने से खून बढ़ता है।
दात और मसूड़ों के लिए
आम की गुठली की गिरी पीसकर मंजन बनाके रख दीजिये और इससे मंजन कीजिये दात और मसूड़ों के रोग दूर हो जाएंगे।
गर्मी में अगर नाक से खून बहता हो तो
आम की गुठली की गिरी का एक बून्द रस नाक में टपकाए आराम मिलेगा।
आग से जलने पर
आम के पत्तो को जलाकर राख बना लीजिए और जले हुए स्थान पर राख को लगा दे इससे जला हवा अंग ठीक हो जाता है।
हाथ पैरो की जलन के लिए
आम के फूलों को रगड़ने से जलन दूर हो जाती है।
अगर पाचन कमजोर है तो
100 मिली मीठे आम के रस में 2 ग्राम सोंठ मिलाकर सुबह भूके पेट पिने से पाचनशक्ति बढती है। याद रहे की रेशेदार आम कब्जनाशक होते है और सेहत के लिए लाभदायक भी होते है।
शुगर
आम के 8 - 10 ताजे पत्ते रोजाना चबाकर खाने से शुगर कंट्रोल में रहता है।
बवासीर
आम के अंदर की छाल का रस दिन में 40 मिली सुबह शाम पिने से बवासीर, रक्तप्रदर और खुनी दस्त में लाभ मिलता है। रस रोजाना ताजा होना चाहिए।
आम के फायदे और नुकसान
आम के फल को शास्त्रों में अमृत फल माना गया है इसे दो प्रकार से बोया (उगाया) जाता है पहला गुठली बोकर उगाया जाता है जिसे बीजू या देशी आम कहते हैं। दूसरा आम का पेड़ जो कलम द्वारा उगाया जाता है। इसका पेड़ 30 से 120 फुट तक ऊंचा होता है।
इसके पत्ते 10 से 30 सेमी लम्बे तथा 2.5 से 7 सेमी चौडे़ होते हैं। आम के फूल देखने में छोटे-छोटे और हरे-पीले होते हैं। वसंत ऋतु में फूल (मौर) और ग्रीष्म ऋतु में फल उगते हैं। इस पेड़ के सभी भाग दवाइयों के रूप में प्रयोग किए जाते हैं।
रंग : कच्चे आम का रंग हरा व पक्के आम का रंग पीला होता है।
स्वभाव : यह तर और गर्म प्रकृति का होता है।
स्वाद : आम खट्टे और मीठे व स्वादिष्ट होते हैं।
आम की किस्में
लंगड़ा, फजली, चौसा, दशहरी, तोतापरी, गुलाब खास, पायरी, सफेदा, नीलम, हाफुस, अलकासो आदि। आम के पेड़ ज्यादातर गर्म देशों में होते हैं।
गुण
ग्रन्थों के अनुसार आम का फल खट्टा, स्वादिष्ट, वात, पित्त को पैदा करने वाला होता है, किन्तु पका हुआ आम मीठा, धातु को बढ़ाने वाला (वीर्यवर्धक), शक्तिवर्धक, वातनाशक, ठंडा, दिल को ताकत देने वाला, पित्त को बढ़ाने वाला और त्वचा को सुन्दर बनाने वाला होता है।
यूनानियों के अनुसार कच्चे आम का स्वाद खट्टा, पित्तनाशक, भूख बढ़ाने वाला, पाचन शक्ति बढ़ाने वाला और कब्ज दूर करने वाला होता है।
वैज्ञानिकों द्वारा आम पर विश्लेषण करने पर यह पता चला है कि इसमें पानी की मा़त्रा 86 प्रतिशत, वसा 0.4 प्रतिशत, खनिज 0.4 प्रतिशत, प्रोटीन 0.6 प्रतिशत, कार्बोहाड्रेट 11.8 प्रतिशत, रेशा 1.1 प्रतिशत, ग्लूकोज आदि पाया जाता है।
दुष्प्रभाव
अधिक मात्रा में कच्चे आम का सेवन करने पर वीर्य में पतलापन, मसूढ़ों में कष्ट, तेज बुखार, आंखों का रोग, गले में जलन, पेट में गैस और नाक से खून आना इत्यादि विकार उत्पन्न हो जाते हैं। खाली पेट आम खाना शरीर के लिए हानिकारक हो सकता है। भूखे पेट आम नहीं खाना चाहिए। आम के अधिक सेवन से अपच की शिकायत होती है। रक्त विकार, कब्ज बनती है। अधिक अमचूर खाने से धातु दुर्बल होकर नपुंसकता आ जाती है।
विशेष
आम के कच्चे फलों को अधिक खाने से मंदाग्नि, विषमज्वर (टायफाइड), रक्तविकार, कब्ज एवं नेत्ररोग उत्पन्न होते हैं।
आम के खाने के बाद पाचन सम्बन्धी शिकायत होने पर, दो-तीन जामुन खा लें। जामुन में आम को पचाने की तीव्र शक्ति होती है। जामुन उपलब्ध न होने पर, चुटकी भर नमक और सौंठ पीसकर खा लें।
यकृत और जलोदर के रोगी को आम नहीं खाना चाहिए।
आम खाने के बाद, दूध, जामुन, कटहल की गुठली, सूक्ष्म मात्रा में सौंठ, नमक या सिकंज के बीज सेवन करना चाहिए।
आम के सेवन के बाद दूध पीना चाहिए तथा पानी नहीं पीना चाहिए।