खरबूजे –के लाभ
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खरबूजे – Musk Melon: डॉक्टर से ज़्यादा उपयोगी है
खरबूजे का परिचय (Introduction of Musk Melon)
प्रकृति ने आपके खाने के लिए कई फल बनाएं हैं, जो मौसम के अनुकूल पैदा होते हैं। इसके उचित सेवन से मनुष्य अपने शरीर को स्वस्थ रख सकता है। गर्मियों में खरबूज (muskmelon benefits in hindi), ककड़ी, तरबूज जैसे फल मिलने शुरू हो जाते हैं। गर्मी से मुरझाया शरीर और मन दोनों इसे खाते ही तरोताजा हो जाते हैं। खरबूज (Muskmelon Fruit) अपनी मिठास एवं स्वाद के लिये अत्यन्त लोकप्रिय है। खरबूज के बीजों की गिरी का उपयोग पकवान तथा विभिन्न प्रकार की मिठाईयों में मेवे के रूप में किया जाता है। क्या आप जानते हैं कि खरबूज का प्रयोग आप एक औषधि के रूप में भी कर सकते हैं?
What is Musk Melon?
Musk Melon Called in Different Languages
Medicinal Benefits of Musk Melon
Kharbuja Benefits in Relief from Headache
Kharbuja Uses in Cure Throat Problems
Use of Kharbuja for Clean & Glowing Face
Benefits of Kharbuja in Cure Chest Burn
Kharbuja Benefits in Gastritis Problem
Kharbuja Uses to Stop Dysentery
Benefits of Kharbuja in Cure Urinal Problems
Uses of Kharbuja in Kidney Pain
Musk Melon Benefits in Cure Syphilis
Benefits of Musk Melon in Cure Psoriasis
Uses of Musk Melon in Treating Body Weakness
Musk Melon Uses in Cure Sunstroke
Musk Melon Benefits in Acidity
Useful Parts of Kharbuja or Musk Melon
Dosages of Musk Melon
Side Effects of Kharbuja
Where is Kharbuja Found or Grown?
आयुर्वेद में बताया गया है कि खरबूजा (muskmelon benefits in hindi) शरीर को सशक्त बनाने वाला फल है जिसमें तत्व कैल्शियम, लौह, विटामिन ए और विटामिन सी अधिक मात्रा में पाए जाते हैं। इसके साथ ही खनिज लवण की भी इसमें प्रचूरता होने से यह स्कर्वी जैसे रोगों से शरीर की रक्षा करता है। पुराने उकवत या एक्जीमा से पीड़ित रोगी के लिए यह बहुत लाभदायक (benefits of muskmelon) है। खरबूजे के फलों (muskmelon fruit) का सेवन मूत्र विकार संबंधी रोगों में लाभकारी होता है। त्वचा रोग एक्जिमा में इसके फलों का रस (muskmelon juice benefits) लगाना लाभकारी होता है। पौष्टिक होने के बाद भी खरबूज में कैलोरी काफी कम होती है। आइए जानते हैं कि एक औषधि के रूप में आप खरबूज का प्रयोग कैसे कर सकते हैं।
खरबूज क्या है (What is Musk Melon?)
खरबूज, ककड़ी, फूट ये सभी एक ही जाति के फल (muskmelon fruit) हैं। भारतवर्ष के अलग अलग राज्यों एवं स्थान भेद से रूप रंग एवं स्वाद की विभिन्नता के कारण इसकी कई उपजातियां मिलती हैं, किन्तु गुणों की दृष्टि से इनमें कोई विशेष अन्तर नहीं है। खरबूज के बीजों (magaz seeds) में 40-50 प्रतिशत तेल पाया जाता है। खरबूज का उपयोग सलाद के रूप में तथा कच्चे फलों का उपयोग ग्रामीण क्षे़त्रों में सब्जी के रूप में भी किया जाता है। खरबूजे के फलों को मुख्यतः ताजा खाया जाता है।
हालांकि खरबूज कई रंगों में मिलता है, लेकिन सामान्यतः यह पकने पर हरे से पीले या नारंगी रंग का हो जाता है। इसके फल लम्बी लताओं में लगते हैं। इसकी लता पतली, जमीन पर फैलने वाली, तरबूज की बेल जैसी, वर्षायु और मोटी जड़ वाली होती है। इसमें 90 प्रतिशत तक पानी होता है, इसलिए गर्मियों में इसे खाने से बहुत लाभ (benefits of muskmelon) होता है। खरबूज का पूरा पका हुआ फल ही खाने योग्य होता है। इसके बीजों को ही मगज (Magaz Seeds In Hindi) कहते हैं जिसका प्रयोग मिठाइयों और पकवानों को बनाने में किया जाता है।
खरबूजा (Muskmelon Fruit) ठंडा, मीठा, पौष्टिक, बलकारक तथा पचने में भारी होता है। पके हुए खरबूजे खाने से कब्ज नहीं होता है, त्वचा मुलायम होती है, पेशाब संबंधित रोग दूर होते हैं, पौरुष शक्ति बढती है। खरबूजा वात और पित्त को शान्त करता है। अगर शरीर में जलन हो या थकान और बेचैनी हो रही हो तो खरबूजे के शरबत (Musk Melon Juice Benefits) के सेवन से आराम मिलता है।
अनेक भाषाओं में खरबूज के नाम (Musk Melon Called in Different Languages)
खरबूज का वानस्पतिक यानी लैटिन भाषा में नाम कुकुमिस मेलो (Cucumis melo Linn.) है। इसे Syn-Cucumis acidus Jacq. के नाम से भी जाना जाता है। यह कुकुरबिटेसी कुल (Cucurbitaceae) का पौधा है। इसका अंग्रेजी नाम मेलन (Melon), मश मेलन (Mush melon), राक मेलन (Rock melon), मस्क मेलन (Musk melon) आदि हैं। अन्य भारतीय भाषाओं में इसके नाम नीचे दिए जा रहे हैंः-
Musk Melon in –
Hindi – खरबूज, खरबूजा, खर्बूजा, चिबुड
Sanskrit – दशाङ्गुल, खर्बूजम्, मधुपाक, मधुफल षड्भुजा
Urdu – खरबुजाह (Kharbujah)
Kannada – षड़भुजा (Shadbhuja), कूडेमकयी (Kudemkayi)
Gujarati – शकरातेती (Shakarateti), चीबडू (Chibdu)
Telugu – खरबूज (Kharbuj), खरबुजादोसा (Kharbujadosa), पेड्डाकायी (Peddakai)
Tamil – वेल्लरीकाई (Vellarikkai), काकरीक्कायी (Kakarikkai)
Bengali – खरमुज (Kharmuj), फूटी (Phuti)
Nepali – खर्बुर्जा (Kharburja)
Marathi – खरबूजा (Kharbuja), चिबुण्डा (Chibunda)
Arabic – बत्तीघ (Battigh), दम्मीरी (Dummeiri), काऊन (Kauun)
Persian – खरबुजह (Kharbuzeh)
खरबूजा के औषधीय प्रयोग से लाभ (Medicinal Benefits of Musk Melon)
वजन कम करने में भी खरबूजा काफी फायदेमंद होता है, क्योंकि इसमें शुगर और कैलोरी की मात्रा ज्यादा नहीं होती है। आप खरबूज का प्रयोग कर कई बीमारियों को ठीक (benefits of muskmelon) करने का काम कर सकते हैं। आप खरबूजा का औषधीय प्रयोग इन तरीकों से कर सकते हैंः-
सरदर्द में आराम दिलाए खरबूज का सेवन (Kharbuja Benefits in Relief from Headache in Hindi)
खरबूजे की बीज (magaz seeds) को घी में भूनकर मिश्री की चासनी में डालकर सेवन करें। इससे सिरदर्द में बहुत आराम मिलता है। चाहें तो इसमें इच्छानुसार मावा डालकर लड्डु बना ले सकते हैं।
गले की जलन मिटाए खरबूजे का प्रयोग (Kharbuja Uses in Cure Throat Problems in Hindi)
खरबूजे के बीजों का काढ़ा बनाकर गरारा करने से गले की जलन में बहुत आराम मिलता है।
चेहरे के दाग-धब्बे (चेहरे की झाई) मिटाए खरबूजे का प्रयोग (Use of Kharbuja for Clean & Glowing Face in Hindi)
खरबूजे के बीजों (magaz seeds) तथा फल के छिलकों को पीसकर चेहरे पर लगाने से चेहरे के दाग, झांई आदि मिट जाते हैं। यह प्रयोग चेहरे को कोमल बनाता है तथा चेहरे पर चमक लाता है।
सीने की जलन दूर करे खरबूजे का सेवन (Benefits of Kharbuja in Cure Chest Burn in Hindi)
खरबूज बीज (2 ग्राम) तथा खीरे के बीजों (2 ग्राम) को मिलाकर पीसकर उसमें आधा ग्राम काली मिर्च तथा 5 ग्राम मिश्री मिलाकर घोट-छानकर पिलाने से सीने की जलन में आराम मिलता है।
पेट की गैस में आराम दिलाए खरबूजा का उपयोग (Kharbuja Benefits in Gastritis Problem in Hindi)
अकसर छोटे बच्चों का पेट फूल जाता है और दर्द करने लगता है। बच्चा बहुत रोता है, माँ समझ नहीं पाती कि बच्चा क्यों रो रहा है। ऐसी हालत में खरबूजे के बीज को पीसकर गुनगुना करके बच्चों के पेट पर लेप करने से पेट की गैस निकल जाती है और दर्द में आराम मिलता है।
खरबूज के इस्तेमाल से लगती है दस्त पर रोक (Kharbuja Uses to Stop Dysentery in Hindi)
दस्त की शुरुआती अवस्था में जब आँव, कफ तथा दुर्गन्धयुक्त मल बार-बार हो रहा हो तो खरबूज के गूदे में सोंठ, काली मिर्च तथा जीरा चूर्ण को डालकर ऊपर से सेंधा नमक डालकर खाएं। इससे आँव का पाचन होकर मल की दुर्गन्ध समाप्त होगी तथा अपानवायु (गैस) का निकलना बन्द होगा।
मूत्र रोग (पेशाब से संबंधित रोग) में खरबूजे से लाभ (Benefits of Kharbuja in Cure Urinal Problems in Hindi)
पेशाब संबंधित समस्याओं में खरबूजे के फल का सेवन करना चाहिए। इससे मूत्र संस्थान की सारी समस्याओं का निवारण होता है।
खरबूजे की बीज में मिश्री तथा काली मिर्च मिलाकर खिलाने से पेशाब की वृद्धि होती है तथा मूत्र विकार का खत्म होते हैं।
इसके बीज को पीसकर, दूध में मिलाकर पीने से मूत्रनली की जलन शांत होती है।
खरबूज के 5-10 ग्राम बीज चूर्ण में बराबर मात्रा में मिश्री मिलाकर खाने से मूत्र त्याग में होने वाला दर्द एवं कठिनाई दूर होती है।
किडनी विकार (गुर्दे का दर्द) में खरबूजे से फायदा (Uses of Kharbuja in Kidney Pain in Hindi)
गूर्दे में दर्द होने का मुख्य कारण है पथरी का होना। खरबूज (kharbooja) में पथरी को गलाने की शक्ति होती है। खरबूज के 5-10 ग्राम बीजों को पीसकर पानी में मिलाकर सेवन करने से गुर्दे के दर्द में आराम मिलता है। इससे पथरी भी गल कर निकल जाती है। खरबूजा गूर्दे की सफाई (muskmelon benefits) भी करता है।
सिफलिस (उपदंश) में खरबूज का प्रयोग फायदेमंद (Musk Melon Benefits in Cure Syphilis in Hindi)
उपदंश यानी सिफलिस एक यौन रोग है। 5 ग्राम खरबूजे के बीजों को पानी में पीसकर, उसमें 15-20 बूंदें चन्दन का तेल मिला लें। इसका सेवन करने से सिफलिस (उपदंश) में लाभ होता है।
त्वचा रोग (सोरायसिस) में लाभकारी है खरबूज का उपयोग (Benefits of Musk Melon in Cure Psoriasis in Hindi)
त्वचा पर होने वाले सोरायसिस रोग को हिन्दी में विचर्चिका या अपरस रोग भी कहते हैं। यह एक बहुत ही कष्टदायक रोग है। इस रोग में पूरे शरीर में कहीं भी खुजली हो जाती है। यह रोग स्त्री या पुरुष किसी को भी किसी भी आयु में हो सकता है। सोरायसिस होने पर खरबूजे के फलों को पीसकर लगाने से लाभ (muskmelon benefits) होता है। खरबूजा त्वचा से जुड़ी अन्य समस्याओं में भी फायदेमंद होता है। जहाँ इसका सेवन त्वचा सम्बन्धी समस्याओं को अंदरूनी तौर पर ठीक करता है, वहीं इसके लेप से त्वचा पर होने वाली जलन में भी राहत मिलती है।
खरबूजे के सेवन से दूर होती है शारीरिक कमजोरी (Uses of Musk Melon in Treating Body Weakness in Hindi)
खरबूजे के बीज (Magaj Seeds in Hindi) का रोजाना सेवन करने से मनुष्य का शरीर पुष्ट होता है तथा शारीरिक कमजोरी दूर होती है। प्रोटीन की अधिकता के कारण यह हड्डियों, बालों और नाखूनों के लिए भी फायदेमंद होता है।
लू लगने से बचाए खरबूजा का उपयोग (Musk Melon Uses in Cure Sunstroke in Hindi)
गर्मियों में अक्सर लू लगने की समस्या होती है। लू लगने पर खरबूज के बीजों को पीसकर सिर पर तथा समस्त शरीर पर लगाएँ। इससे लू के कारण होने वाली जलन, दर्द तथा बुखार आदि समस्याएं ठीक (muskmelon benefits) होती हैं तथा शरीर में ठंडक मिलती है।
एसिडिटीज की समस्या में खरबूजे के सेवन से फायदा (Musk Melon Benefits in Acidity in Hindi)
खरबूजे के छोटे-छोटे टुकड़ों में देसी खाण्ड मिलाकर उसका शरबत (Musk Melon Juice) बनाकर नियमित सेवन करें। इससे शरीर में बढ़े हुए पित्त का प्रभाव घट जाता है। इससे पित्त के कारण होने वाले रोगों में आराम मिलता है। इससे एसिडिटीज (benefits of muskmelon) ठीक होती है।
इस्तेमाल के लिए खरबूजे के उपयोगी हिस्से (Useful Parts of Kharbuja or Musk Melon)
औषधि के रूप में खरबूज (muskmelon) के उपयोगी भाग हैं –
फल (muskmelon fruit)
बीज (magaz seeds)
जड़
खरबूजे के सेवन की मात्रा (Dosages of Musk Melon)
खरबूजे (kharbooja) के बीज का चूर्ण – 5-10 ग्राम
औषधीय रूप से खरबूजे का इस्तेमाल करने के लिए आयुर्वेदिक चिकित्सक के परामर्शानुसार प्रयोग करें।
खरबूजा से नुकसान (Side Effects of Kharbuja)
खरबूजे (muskmelon) के सेवन से ये नुकसान भी हो सकते हैंः-
खरबूजा को खाने से पहले थोड़ी देर ठंढे पानी में डालकर रखना चाहिए तथा भोजन के कुछ देर बाद ही इसका सेवन करना ठीक होता है।
खाली पेट या भोजन के पहले खाने से शरीर में पित्त-प्रकोप यानी एसिडिटी होने की की संभावना बढ़ जाती है। किसी-किसी को पित्त के कारण होने वाला बुखार भी हो जाता है।
खरबूजा (kharbooja) बहुत ही ठण्डा और सुगन्धित होता है, इसलिए जिनको बहुत ज्यादा जुकाम तथा खाँसी रहती हो या जिनकी पाचन क्रिया कमजोर हो, उन्हे खरबूजा नहीं खाना चाहिए।
खरबूजा खाने के बाद पानी और दूध का सेवन हानिप्रद है।
खरबूजा खाने के तुरंत बाद पानी पीने से हैजा होने की आशंका रहती है।
इसे उचित मात्रा में खाने के बाद एक गिलास शक्कर का शर्बत पीना पाचन के लिए विशेष उपयोगी है।
खरबूजा कहाँ पाया या उगाया जाता है (Where is Kharbuja Found or Grown?)
भारत में नदियों के किनारे तथा उष्ण व शुष्क प्रदेशों में इसकी खेती की जाती है। खरबूज (muskmelon) की खेती के लिए काली रेतीली जमीन ज्यादा अनुकूल होती है। खेत में क्यारी बनाकर खरबूजे का बीज लगाया जाता है। इसकी बेल जमीन में ही फैलती है। बिहार,उत्तर प्रदेश,पंजाब,राजस्थान और मध्यप्रदेश मे खरबूजे की खेती होती है।
जानिये, खरबूजे के 8 बेहतरीन लाभ..
1. खरबूजा शरीर में पानी की कमी की पूर्ति करता है साथ ही इसमें मौजूद विटामिन और मिनरल्स आपको ऊर्जावान बना रखने में मदद करते हैं। यह आपकी त्वचा को हाइड्रेट रखता है।
2. इसमें भरपूर मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट्स पाए जाते हैं, जो बढ़ती उम्र को रोकने के साथ-साथ तनाव कम करने में भी मददगार है। यह आपकी त्वचा को जवां बनाए रखने के साथ-साथ मानसिक शांति भी देगा।
3. खरबूजे का नियमित रूप से सेवन, दिल के दौरे से आपको बचा सकता है। रक्त की नलिकाओं में रक्त के जमने या थक्का बनने से रोकने में यह कारगर उपाय है। इस तरह से आप दिल के दौरे से बच सकते हैं।
4. खरबूजे का सेवन या फिर इसके गूदे को चेहरे पर लगाना, त्वचा के लिए फायदेमंद है। इससे धूप से झुलसी हुई त्वचा ठीक होती है और त्वचा में नमी बरकरार रहने के साथ ही ताजगी दिखाई देती है।
5. खरबूजे में मौजूद विटामिन ए आपकी आंखों, त्वचा व बालों के लिए बेहद फायदेमंद होता है। इसके अलावा इसमें बीटा कैरोटीन भी पाया जाता है जो आंखों के लिए बेहद लाभप्रद है।
6. अगर आप अपना वजन कम करना चाहते हैं, तो खरबूजा आपके लिए काफी फायदेमंद साबित होगा।
इसमें भरपूर मात्रा में फाइबर और पानी होता है। इसके अलावा इसमें शर्करा की मात्रा भी कम होती है जो आपका वजन बढ़ने से रोकती है।
7. पाचन संबंधी समस्याएं होने पर भोजन के साथ या इसके अलावा खरबूजे को अपनी डाइट में शामिल करें। यह पाचन में सहायक होगा और कब्जियत की समस्या को दूर करेगा।
8. गर्मी के दिनों में पेट एवं शरीर में गर्मी बढ़ने की समस्या बहुत होती है।
इससे बचने के लिए खरबूजा बेहतरीन तरीका है।
यह पेट में गर्मी बढ़ने से रोकेगा और गर्मी के दुष्प्रभावों से भी आपको